चरखी दादरीः प्रदेश में ऐसे सरकारी स्कूलों को बंद किया (Charkhi Dadri government schools closed) जा रहा है जिनमें छात्रों की संख्या कम है. बाढड़ा के भी 4 सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए हैं जिससे इन गांव के ग्रामीण नाराज हो गए हैं और कान्हड़ा के ग्रामीण तो अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. कान्हड़ा के मिडल स्कूल को बंद किया गया है, जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं और विरोध में धरना शुरु कर दिया है.
ग्राम पंचायतों के साथ कई सामाजिक व राजनीतिक संगठन भी उतर गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई में रुकावट आएगी और उन्हें पढ़ने के लिए दूर के गांवों में जाना पडे़गा. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी ग्रामीणों के साथ मिलकर भाजपा सरकार का विरोध किया और स्कूल गेट पर ताला लगा दिया. ग्रामीणों के विरोध में कई गांवों के ग्रामीण व पंचायत प्रतिनिधि शामिल हुए.
ग्रामीणों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया कि अगर फैसला वापस नहीं लिया गया तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी. उनका कहना है कि सरकार प्रदेश में शिक्षा का स्तर उठाने के दावे करती है लेकिन सरकारी स्कूलों को बंद कर इनमें पढ़ने वाले गरीब घरों के बच्चों को शिक्षा से वंचित कर रही है. ग्रामीणों ने कहा कि सरकारी स्कूलों को बंद करने के खिलाफ पूरे जिले की खाप पंचायतें और ग्राम पंचायतों के सहयोग से विरोध किया जाएगा. ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ आप नेता राकेश चांदवास ने कहा कि भाजपा सरकार में जहां स्कूल बंद हो रहे हैं वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार नए स्कूल खोल रही है.