चरखी दादरी: मंडियों में लगातार खरीद व कृषि संबंधि अध्यादेशों को लेकर खाप पंचायत, किसान संगठन और पंचायत प्रतिनिधियों ने एकजुट हुए और बड़े हड़ताल की चेतावनी दी. इस दौरान पंचायत में किसानों ने खरीद प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को दोषी ठहराया.
कस्बा झोझू कलां में आयोजित किसान महापंचायत में किसानों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई. पंचायत की अध्यक्षता सांगवान खाप के कन्नी प्रधान सूरजभान ने की. इस दौरान किसान संगठनों, खाप प्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों व राजनीतिक सदस्यों ने किसानों के साथ खरीद के दौरान टोकन घोटाला करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि दलालों द्वारा अधिकारियों से मिलीभगत करके कैसे किसानों को चूना लगाया जा रहा है. पैसे लेकर चेहतों को टोकन जारी किए जा रहे हैं. पंचायत में भाकियू, किसान सभा सहित कई संगठनों के सदस्य भी पहुंचे. पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने खरीद प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए. भाजपा के पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी भी किसान महापंचायत में पहुंचे और खरीद प्रक्रिया पर सवाल उठाए.
पूर्व विधायक ने कहा कि जिले में करीब 32 हजार किसानों ने बाजरा खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन करवाए हैं और अब तक 23 दिनों के दौरान करीब तीन हजार किसानों की ही फसल खरीदी गई है. ऐसे में 15 नवंबर तक किसानों की खरीद पूरी नहीं होगी. पूर्व विधायक ने प्रशासनिक व मंडी अधिकारियों पर दलालों से मिलीभगत के आरोप लगाते हुए कहा कि पूरा मामला दस्तावेजों सहित मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाते हुए किसानों की मांगों को उठाएंगे.
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पंचायत की अध्यक्षता कर रहे सांगवान खाप के कन्नी प्रधान सूरजभान ने कहा कि बार-बार अधिकारियों से मिले. विधायक नैना चौटाला को भी अवगत करवाया. बावजूद इसके खरीद को लेकर कोई ठोस प्रबंध नहीं हुआ है. टोकन के नाम पर घोटाला किया जा रहा है. कृषि अध्यादेश आने के बाद किसान स्वयं को ठगा महसूस कर रहा है.