चरखी दादरी: लोकसभा चुनाव को लेकर जहां बीजेपी अपने चुनाव प्रचार में लगी है. वहीं किसान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के दादरी दौरे पर उनके हैलीकॉप्टर को नहीं उतरने की रणनीति बना रहे हैं. बता दें कि ग्रीन कॉरिडोर की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे 17 गांवों के किसानों ने अमित शाह के दादरी दौरे पर विरोध करने की रणनीति बनाई है. साथ ही निर्णय लिया है कि महिलाओं की अगुवाई में कई टीमों का गठन करके काले झंडों के साथ विरोध किया जाएगा.
'किसान नहीं देंगे अपनी जमीन'
मंगलवार को धरने पर किसानों ने पूर्व निर्धारित किसान महापंचायत को रद्द करके अमित शाह का विरोध करने की रणनीति तैयार की है. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि किसानों की जमीन कौड़ियों के भाव खरीदी जा रही है. ऐसे में किसान अपनी जमीन नहीं देंगे, अगर सरकार और प्रशासन ने उनकी जमीन लेने की कोशिश की तो पुरजोर विरोध किया जाएगा.
'किसान बीजेपी को वोट की चोट से जवाब देगा'
इस दौरान किसानों ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट देने का विरोध करते हुए कहा कि ऐसी पार्टी को किसान वोट की चोट से जवाब देंगे. धरने की अगुवाई करते हुए किसान नेता विनोद मोड़ी और अनूप खातीवास ने संयुक्त रूप से बताया कि किसान अब महिलाओं की अगुवाई में धरने को चला रहे हैं.
'अमित शाह का करेंगे विरोध'
किसान नेताओं ने बताया कि 10 मई को धरने पर महिलाओं के साथ किसान बड़ी संख्या में पहुंचेंगे और अमित शाह का विरोध करेंगे. किसानों ने कहा कि उनकी मांगें पूरी होने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा.