चरखी दादरी: ग्रीन कॉरिडोर 152डी नेशनल हाई-वे निर्माण के दौरान अधिग्रहित की गई जमीन का कलेक्टर रेट नहीं मिलने से खफा पांच गांवों के किसानों ने एकजुट होते हुए आर-पार की लड़ाई लड़ने का फैसला लिया है.
किसानों ने सीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए प्रति एकड़ सवा करोड़ की मांग की है. साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अगर उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला तो वे निर्माणाधीन नेशनल हाई-वे को रोक देंगे और फिर से धरना शुरू करते हुए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.
बता दें कि, दादरी शहर के साथ लगते गांव ढाणी फोगाट, टिकान, खेड़ी, पातुवास और महराणा के किसानों द्वारा शहरी क्षेत्र के कलेक्टर रेट अनुसार जमीन का मुआवजा की मांग करते हुए धरना दिया था. कोरोना काल के दौरान किसानों ने धरना स्थगित कर दिया गया. इस दौरान नेशनल हाई-वे का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया. इसी दौरान पांच गांवों के किसान फिर से एकजुट हुए और पंचायत करते हुए उचित मुआवजा की मांग की.
अब सोमवार को गांव ढाणी फोगाट के सरपंच मंदीप फोगाट की अगुवाई में पांच गांवों के किसान लघु सचिवालय पहुंचे और रोष प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने तहसीलदार अजय सैनी को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में किसानों ने बताया कि ग्रीन काॉरिडोर 152डी की अधिग्रहित जमीन का कलेक्टर रेट पर मुआवजा मिलना चाहिए. अगर सरकार ने सवा करोड़ रुपये प्रति एकड़ मुआवजा नहीं दिया तो हाई-वे निर्माण रोकते हुए अनिश्चितकालीन धरना देंगे. वहीं, तहसीलदार अजय सैनी ने बताया कि किसानों द्वारा दिया गया ज्ञापन उचित माध्यम से सरकार को भिजवा दिया जाएगा.
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