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27 जून को रेल रोकेंगे किसान! दिल्ली के पानी को बंद करने का ऐलान - चरखी दादरी

किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि 26 जून तक सरकार अवार्ड में संसोधन करें, वरना 27 को आर-पार की लड़ाई शुरू करेंगे और इस बार किसान पीछे नहीं हटेंगे.

धरने पर बैठे किसान
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Published : Jun 21, 2019, 4:28 PM IST

चरखी दादरी: ग्रीन कॉरिडोर 152डी की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसान 27 जून को रेक रोकेंने और दिल्ली के पानी को बंद करने का ऐलान किया है. किसान अब पंचायत, खापों और सामाजिक संगठनों से मिलकर 27 जून को प्रदेश के 29 प्वाइंटों पर रेल रोकेंगे. इस दौरान किसान जहां दिल्ली का पानी भी रोकेंगे. वहीं हरियाणा बंद का भी फैसला लिया गया. किसानों से सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है.

क्लिक कर देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- 'चमकी' बुखार ने हरियाणा में फीका किया लीची का स्वाद, आधी कीमत पर भी नहीं खरीद रहे लोग

क्या है मामला ?
दादरी जिले के 17 गांवों के किसान गांव रामनगर में गत 26 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. किसानों की मांग है कि ग्रीन कारिडोर नेशनल हाईवे की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा नये कलेक्टर रेट निर्धारित करके मार्केट वल्यु अनुसार दिया जाए. अपनी मांगों को लेकर किसानों की सीएम और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी वार्ता हो चुकी है.

किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि 26 जून तक सरकार अवार्ड में संसोधन करें, वरना 27 को आर-पार की लड़ाई शुरू करेंगे और इस बार किसान पीछे नहीं हटेंगे.

चरखी दादरी: ग्रीन कॉरिडोर 152डी की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसान 27 जून को रेक रोकेंने और दिल्ली के पानी को बंद करने का ऐलान किया है. किसान अब पंचायत, खापों और सामाजिक संगठनों से मिलकर 27 जून को प्रदेश के 29 प्वाइंटों पर रेल रोकेंगे. इस दौरान किसान जहां दिल्ली का पानी भी रोकेंगे. वहीं हरियाणा बंद का भी फैसला लिया गया. किसानों से सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है.

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क्या है मामला ?
दादरी जिले के 17 गांवों के किसान गांव रामनगर में गत 26 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. किसानों की मांग है कि ग्रीन कारिडोर नेशनल हाईवे की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा नये कलेक्टर रेट निर्धारित करके मार्केट वल्यु अनुसार दिया जाए. अपनी मांगों को लेकर किसानों की सीएम और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी वार्ता हो चुकी है.

किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि 26 जून तक सरकार अवार्ड में संसोधन करें, वरना 27 को आर-पार की लड़ाई शुरू करेंगे और इस बार किसान पीछे नहीं हटेंगे.

Intro:ग्रीन कारिडोर 152डी की अधिग्रहीत जमीन का मामला:-
27 जून को रेक रोकेंगे किसान, दिल्ली के पानी को बंद करने का ऐलान
: केंद्रीय मंत्री व सीएम से वार्ता के बाद भी अवार्ड में संसोधन नहीं, किसानों से हुआ धोखा
: हरियाणा के 29 प्वाइंटों पर पंचायत, खापों व सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर रेल रोकेंगे किसान
: बुधवार तक अल्टीमेटे, अवार्ड संसोधित कर किसानों को मिले
चरखी दादरी। ग्रीन कारिडोर 152डी की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर बैठे किसानों ने सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों पर किसानों से धोखेबाजी का आरोप लगाते हुए फिर से रेल रोकने का निर्णय लिया है। किसान अब पंचायत, खापों व सामाजिक संगठनों से मिलकर 27 जून को प्रदेश के 29 प्वाइंटों पर रेल रोकेंगे। इस दौरान किसान जहां दिल्ली का पानी भी रोकेंगे वहीं हरियाणा बंद का भी फैसला लिया गया। किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया कि 26 जून तक सरकार अवार्ड में संसोधन करें, वरना 27 को आर-पार की लड़ाई शुरू करेंगे और इस बार किसान पीछे नहीं हटेंगे। Body:दादरी जिले के 17 गांवों के किसान गांव रामनगर में गत 26 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। किसानों की मांग है कि ग्रीन कारिडोर नेशनल हाईवे की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा नये कलेक्टर रेट निर्धारित करके मार्केट वल्यु अनुसार दिया जाए। अपनी मांगों को लेकर किसानों की सीएम व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी वार्ता हो चुकी है। जिसमें उनको आश्वासन मिला था कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों से मिलकर कलेक्टर रेट तय कर लिया जाएगा। जिसके आधार पर उनको मुआवजा मिले। धरने पर किसानों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने वायदा करने के बाद भी उनके साथ धोखा किया है। Conclusion:धरने की अगुवाई कर रहे किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि जमीन अधिग्रहण में प्रशासनिक अधिकारियों ने कानून का पालन नहीं किया। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। लगातार धरने पर बैठे किसानों के सब्र का बांध टूटने लगा है। जिसके कारण एक किसान द्वारा पिछले माह मांग पूरी नहीं होने से क्षुब्ध होकर आत्महत्या करनी पड़ी। अब किसानों द्वारा सामूहिक रूप से आत्मदाह करने के लिए राष्ट्रपति से अनुमती मांगी है। अनुमती मिलने से पूर्व किसान आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए पंचायतों, खापों व सामाजिक संगठनों के सहयोग से हरियाणा के 29 प्वाइंट पर रेल रोकने का निर्णय लिया है। इस बार किसान सरकार व अधिकारियों के बहकावें में नहीं आएंगे। बुधवार 26 जून तक किसानों को संसोधित अवार्ड अनुसार लिखित में मुआवजा वृद्धि की चि_ी दें, वरना रेल रोकते हुए आर-पार की लड़ाई लडेंग़े।
विजवल:- 1
धरने पर बैठे किसान, रणनीति बनाते, विचार-विमर्श करते, संबोधन व रोष प्रदर्शन करते किसानों के कट शाटस
बाईट:- 2
रमेश दलाल, किसान नेता
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