चरखी दादरी: तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन जारी है. हालांकि सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बैठक हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई भी रास्ता नहीं निकला है. जिससे खफा किसान अब अपनी गेहूं की खड़ी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं.
चरखी दादरी में एक किसान ने कृषि कानूनों के विरोध में चार एकड़ गेहूं की फसल को ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया. इस दौरान किसान ने कहा कि जब उनकी फसल ही अच्छे दामों में नहीं बिकेगी, तो फसल पैदा करने का क्या फायदा होगा.
चरखी दादरी के किसान ओमप्रकाश ने तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में बुधवार को ट्रैक्टर चला कर अपनी चार एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद कर दी. ओमप्रकाश 5 एकड़ में खेती करते हैं. उसने कहा कि अगर सरकार इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर किसानों की मांगें नहीं मानती है, तो वो अपनी बाकी फसल पर भी ट्रैक्टर चलाकर उन्हें नष्ट कर देंगे. वो केवल घर खर्च के लिए फसल को रखेंगे.
ये भी पढ़ें- कृषि कानूनों का विरोध: कैथल में किसान ने डेढ़ एकड़ गेहूं की फसल पर चलाया ट्रैक्टर
इस दौरान खेतों में अन्य किसान भी मौजूद रहे और कहा कि पीएम मोदी द्वारा किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है. अगर ऐसा ही रहा तो देश का अन्नदाता भूखा मरने के कगार पर आ जाएगा. किसान ओमप्रकाश ने बताया कि कृषि कानूनों की वजह से उसका मन दुखी है, सरकार किसानों की मांगों को मान नहीं रही है. इसलिए उसने अपनी पांच एकड़ गेहूं की फसल में से चार एकड़ पर ट्रैक्टर चलाया है. अगर ऐसा ही रहा तो वो अपने घर खर्च के लिए ही फसल बचाएंगे.