चरखी दादरी: कृषि विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में चरखी दादरी में सर्व कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार घिकाड़ा की अगुवाई में किसान सभा, आशा वर्कर्स, रोडवेज, शिक्षा, जनस्वास्थ्य, बिजली और सिंचाई सहित कई विभागों के कर्मचारी और सामाजिक संगठनों ने लघु सचिवालय के समक्ष एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया.
इस दौरान सभी संगठनों ने मिलकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसीलदार अजय सैनी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कर्मचारी नेताओं ने कहा कि मजदूरों के हितों में बने कानूनों को कमजोर और निरस्त करने का निर्णय वापस लिाय जाए, कृषि विधेयक को वापस लिया जाए, सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण पर रोक लगाई जाए, बेरोजगारों को स्थाई और सम्मान जनक रोजगार दिया आए, आशा वर्कर्स को न्यूनतम वेतन दिया जाए, इसके अलावा बर्खास्त पीटीआई टीचरों की बहाली की जाए.
कर्मचारी नेता ने कहा कि अगर जल्द ही सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वो 25 सितंबर को भारत बंद के दौरान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के दादरी दौरे का विरोध करेंगे. वहीं तहसीलदार अजय सैनी ने बताया कि ट्रेड यूनियनों ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है. जिसे जल्द ही उच्चाधिकारियों को भेज दिया जाएगा.
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