चरखी दादरी: झमाझम बारिश के बीच मंडी में पड़ा हजारों क्विंटल बाजरा पानी की भेंट चढ़कर खराब हो गया है. तीन बार बारिश होने के बावजूद भी मंडी अधिकारियों के सूध नहीं लेने पर किसान और आढ़तियों ने रोष जताया है. हालांकि मंडी प्रशासन ने दावे किए थे कि मौसम खराब होने के बाद बारिश के बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बावजूद इसके लाखों रुपए का बाजरा पानी में भीगकर खराब हो गया है.
बारिश से कैसे बचेगा बाजरा ?
बता दें कि इस मौसम में एक अक्तूबर से सरकार ने बाजरा खरीदने की प्रक्रिया शुरू की थी. सरकारी खरीद होने के बाद से अभी तक तीन बार बारिश हो चुकी है, लेकिन बारिश से बाजरे को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं. ऐसे में स्पष्ट देखा जा रहा है कि बारिश से फसल को बचाने के लिए मंडी अधिकारियों ने सिर्फ दावे ही किए थे.
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मार्केट कमेटी के सचिव ने साधी चुप्पी
मिली जानकारी के अनुसार मंडी में करीब तीन लाख क्विंटल बाजरे की खरीद की गई है. गुरुवार को हुई बारिश के कारण खुले में पड़ा हजारों क्विंटल बाजरा बारिश की भेंट चढ़ गया है. इतना ही नहीं बल्कि तीन बार हुई बारिश के कारण बाजरे के दाने काले पड़ गए हैं. अगर मंडी से बाजरे का उठान नहीं हुआ तो यो गोदामों में जाने से पहले ही सड़ जाएगा. इस संबंध में मार्केट कमेटी के सचिव बसंत कुमार ने कुछ भी कहने से मना कर दिया है.
मंडी अधिकारियों का रवैया खराब
मंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने बताया कि तीन बार बारिश होने के बाद भी मंडी अधिकारियों का रवैया खराब है. अधिकारियों के इसी रवैये के चलते लाखों रुपए का बाजरा पानी की भेंट चढ़ गया है. हालात ऐसे हो गए हैं कि अगर उठान नहीं हुआ तो बाजरा पूरी तरह से सड़ जाएगा.