चरखी दादरी: विभिन्न मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. आशा वर्कर्स ने महिला दिवस को रोष दिवस के रूप में मनाते हुए ये प्रदर्शन किया.
आशा वर्कर्स का जेल भरो आंदोलन
आशा वर्कर्स ने प्रदर्शन के बाद अपनी गिरफ्तारी भी दी और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. प्रशासनिक अधिकारियों ने गिरफ्तार आशा वर्करों को मौके पर ही रिहा कर दिया. हालांकि आशा वर्कर्स ने अल्टीमेटम भी दिया कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो प्रदेश स्तरीय बड़ा आंदोलन करेंगी. इस दौरान उनके प्रदर्शन को कई संगठनों ने भी समर्थन दिया.
इन मागों को लेकर किया प्रदर्शन
आपको बता दें कि वेतन बढ़ोतरी, महंगाई पर अंकुश लगाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आशा वर्करों ने महिला दिवस को रोष दिवस के रूप में मनाते हुए रोज गार्डन में प्रदर्शन किया था. इस दौरान उनके प्रदर्शन को एसकेएस, सीटू, किसान सभा और भाकियू ने भी समर्थन किया. प्रदर्शन की अगुवाई कर रही प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश भैरवी ने कहा कि आशा वर्कर्स को उनके कार्य अनुसार बहुत कम वेतन मिल रहा है. वहीं महंगाई के कारण महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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दी ये चेतावनी
उन्होंने कहा कि बार-बार आला अधिकारियों को अवगत करवाने के बाद भी आशा वर्कर्स की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है. इसलिए उन्होंने महिला दिवस रोष दिवस के रूप में मनाया है. इस दौरान सैंकड़ों आशा वर्कर्स ने डीएसपी शमशेर दहिया के समक्ष गिरफ्तारियां दी. आशा वर्कर्स ने मौके पर पहुंचे एसडीएम संदीप अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा और मांग पूरा नहीं होने पर प्रदेश स्तरीय बड़े आंदोलन का अल्टीमेटम दिया.