पंचकूला: देश के सभी राज्यों में ड्राई रन किया गया इसी के चलते हैं. पंचकूला में 4 साइट्स को चिन्हित किया गया है, जिनमें कोरोना वैक्सीन को लेकर ड्राइ किया गया. पंचकूला में चार जगह रायपुर रानी के सीएससी , कोट के पीएचसी और पंचकूला सेक्टर 4 और 8 की सिविल डिस्पेंसरी में ड्राई रन किया गया.
पंचकूला सेक्टर 4 सिविल डिस्पेंसरी में आयोजित किए गए ड्राई रन में हरियाणा स्वस्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया. राजीव अरोड़ा ने ड्राई रन के बाद पत्रकारों से बातचीत में बताया कि कोरोना वैक्सीन को लेकर ड्राई रन किया गया है, जिसमें कोरोना वैक्सीन की तैयारियों को लेकर जायजा लिया गया है.
7 जनवरी को हरियाणा में फिर होगा ड्राई रन
राजीव अरोड़ा ने कहा की हरियाणा स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर 7 जनवरी को फिर से ड्राई रन आयोजित करेगी. जोकि सभी जिलों में आयोजित होगी. इसमें कोविड वैक्सीन की तैयारियों की अपने स्तर पर तैयारी देखी जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर 7 जनवरी से पहले केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध करवाती है तो इससे पहले ड्राई रन होगा. वहीं अतिरिक्त मुख्य सचिव ने दावा किया है कि हरियाणा सरकार की अपने स्तर पर तैयारी है. रोजाना 5 लाख लोगों को भी वैक्सीन हरियाणा में दी जा सकती है. इसके लिए हरियाणा अपने स्तर पर तैयार हैं.
'एक स्टेट और चार रिजनल सेंटर बनाए गए हैं'
स्टोरेज फैसिलिटी को लेकर राजीव अरोड़ा ने बताया कि कुरुक्षेत्र में स्टेट लेवल का वेयरहाउस है, इसके अलावा चार रीजनल वेयरहाउस है जो कुरूक्षेत्र, हिसार, रोहतक और गुरुग्राम में है जबकि 22 के 22 जिलों में वेयरहाउसिंग चैन की भी फैसिलिटी है, उन्होंने बताया कि रेफ्रिजरेटेड वैन भी हैं जिसमें वैक्सीन को एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रांसफर किया जा सकता है.
'वैक्सीन के लिए हमारे पास इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है'
उन्होंने कहा कि अच्छा कोल्ड चैन मेंटेन करने के लिए जो इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है जो कि हमारे पास पहले से है. वहीं राजीव अरोड़ा ने वैक्सीन के टारगेट को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि टोटल सप्लाई जो केंद्र की तरफ से मिलेगी उसके बाद कोशिश की जाएगी कि डिस्ट्रिक्ट में जो प्राथमिकता केंद्र सरकार की तरफ से तय की गई है. उनको बराबर सभी जगह कवर किया जाए. फिलहाल फ्रंटलाइन वर्कर का डाटा अपलोड कर दिया गया है.
बाहर से आए लोगों को ट्रैस किया जा चुका है- अरोड़ा
वहीं नएं स्ट्रेन को लेकर पूछे गए सवाल पर राजीव अरोड़ा ने कहा की उड़ाने बंद होने के बाद यूके से ट्रेवल करके आए लोगों के नाम और पते आए उपलब्ध करवाए गए थे. डिस्टिक लेवल पर टेस्टिंग करवाई गई हैं. उसमें से कुछ तीन से चार लोग ऐसे थे जो पॉजिटिव पाए गए, उन्हें जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजा गया. राजीव अरोड़ा ने कहा कि उनमें से भी दो या तीन लोग ऐसे हैं जो नई स्ट्रेन से संक्रमित थे जबकि वे पहले से दिल्ली के हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
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वहीं एक और वैक्सीन को एक्सपर्ट की तरफ से अनुमति दी जा चुकी है. जबकि डीसीजीआई की तरफ से अनुमति दी जानी है, फिलहाल प्रथमिकता क्या रहेंगी ये केंद्र सरकार के साथ मिलकर तय कर लिया गया है, जिन्हें पहले वैक्सीन दी जानी है उनके नाम और नंबर अपलोड कर दिए गए है अब कुछ समय बाद सप्लाई शुरू होगी.