चंडीगढ़: आज पहली बार वीमेंस प्रीमियर लीग के लिए मुंबई में खिलाड़ियों की ऑक्शन होगी. इसके लिए चंडीगढ़ की 25 से अधिक महिला किक्रेटर ने रजिस्ट्रेशन कराया, जिसमें से 2 खिलाड़ियों का नाम शॉर्टलिस्ट हुआ है, जिसमें एक काशवी गौतम और दूसरी पारुषि प्रभाकर हैं. दोनों ही चंडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन की कप्तान है.
बता दें कि कोरोना काल के बाद पहले बार आईपीएल के लिए 1600 खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. वहीं, उनमें से भी 246 भारतीय महिला क्रिकेटर ने आईपीएल के लिए नाम रजिस्ट्रर करवाया था. ऐसे में आने वाली 13 फरवरी को इन चुनी गई खिलाड़ियों में से सिर्फ 40 खिलड़ियों की निलामी होगी. भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने महिला आईपीएल को लेकर अपनी तैयारियों शुरू दी हैं. यह टूर्नामेंट अगले साल मार्च में होगा. टूर्नामेंट में पांच टीमें हिस्सा लेंगी. पहली बार आयोजित होने वाले इस आईपीएल को लेकर चंडीगढ़ की महिला क्रिकेटर भी खासी उत्साहित हैं. इन दोनों क्रिकेटर का कहना है कि बीते साल में किए प्रदर्शन के आधार पर आईपीएल में खिलाड़ियों का चयन होगा.
चंडीगढ़ की दो खिलाड़ियों में पारुषि प्रभाकर, काशवी गौतम, अमनजोत, आराधना बिष्ट और प्रियंका गुलेरिया जैसी खिलाड़ी पहले ही बीसीसीआई टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुकी हैं. ऐसे में पारुषि प्रभाकर और काशवी गौतम महिला क्रिकेट पर आईपीएल फ्रेंचाइजी भरोसा जता सकती है. बता दें कि काशवी गौतम बीसीसीआई की रिकॉर्ड होल्डर हैं.
बीसीसीआई की अंडर-19 वीमेंस टूर्नामेंट में काशवी ने एक पारी में 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था. इससे पहले कोई भी महिला खिलाड़ी बीसीसीआई टूर्नामेंट में यह मुकाम हासिल नहीं कर सकी है. काशवी गौतम सीनियर चैंलेजर ट्रॉफी भी खेल चुकी हैं. इसके अलावा काश्वी गौतम बीसीसीआई की नेशनल क्रिकेट अकादमी का हिस्सा रह चुकी हैं. 13 फरवरी को मुंबई में वीमेंस प्रीमियर लीग के ऑक्शन करवाए जा रहे हैं. दोनों क्रिकेटर महिला क्रिकेटर यूटी क्रिकेट एसोसिएशन की ही मेंबर हैं.
वहीं, ईटीवी भारत की ओर से दोनों ही खिलाड़ियों के साथ बातचीत की गई. काशवी गौतम ने बताया कि वह मौजूदा समय में सीनियर महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हैं. उन्होंने बताया कि वह बचपन से ही क्रिकेट को खेलती आ रही हैं. जब वह 10 साल की थीं तब से वह गली के लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थीं. उन्होंने बताया कि क्रिकेट खेलना उन्हें इतना पसंद था कि परिवार को लोगों ने भी कभी ना नहीं कहा. उन्हें एक बेहतर खिलाड़ी समझना शुरू कर दिया था.
काशवी ने बताया सेक्टर-26 के स्कूल में पढ़ते समय उन्होंने कई ऐसे खेलों में हिस्सा लिया, जिससे उनका खेलों की तरफ रुझान बढ़ा. क्योंकि बचपन से क्रिकेट को खेला था तो उसके लिए सेक्टर-32 के कोच से अपने प्रशिक्षण भी लिया. काशवी ने बताया कि वे इस समय बीए पहले भाग में पढ़ रही हैं, खेलने के साथ-साथ उन्हें पढ़ाई का भी बहुत शौक है.
उन्होंने बताया कि उन्हें पहले दिन उन्हें परिवार का साथ रहा है जिस जगह भी वह टूर्नामेंट के लिए जातीं तो परिवार के सदस्य उनके साथ ही रहते. उन्होंने बताया कि इससे पहले वे पंजाब की टीम के साथ खेलती थीं, लेकिन 2019 में चंडीगढ़ को एफिलिएटेड मिलने के बाद वे अब चंडीगढ़ टीम के साथ ही खेल रही हैं. काशवी गौतम ने बताया कि अंडर-19 सीनियर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान होने के साथ-साथ उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है. एक अच्छी खिलाड़ी होने के नाते उन्हें अपने टीम का भी ख्याल रखना पड़ता है. एक तरह से वे प्रेशर को अब हैंडल कर सकती हैं.
वहीं, आईपीएल के ऑक्शन में उनके नाम आने से उन्हें और उनके परिवार को बहुत खुशी है. सभी यह प्रार्थना कर रहे हैं कि 13 फरवरी को लिस्ट में उनका भी नाम शामिल हो जाए और आईपीएल का वे खेल पाएं. उन्होंने बताया कि अगर आईपीएल में नाम चुना जाता है तो वे भारतीय टीम के लिए भी जल्द खेल पाएंगी.
वहीं, पारुषि प्रभाकर ने बताया कि वह 2018 से पहले टेनिस खेलती थी. उन्होंने बताया कि उनकी पिता को क्रिकेट बहुत पसंद है. ऐसे में 2018 में भारतीय महिला टीम का मैच चल रहा था और वो मैच टीम ने जीता भी जिसके बाद उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट में जाने के लिए कहा और पारुषि ने उस दिन प्रभावित होकर अपनी क्रिकेट के लिए तैयारी शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि जैसे जैसे समय बीतता गया क्रिकेट में एक से एक मैच खेलते हुए कामयाबी हासिल होती रही. परिवार की तरफ से भी उन्हें हर तरफ से सहयोग मिलता रहा.
पारुषि ने बताया उनकी माता इस समय पंजाब यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. ऐसे में 2018 से पंजाब यूनिवर्सिटी के ग्राउंड में प्रैक्टिस कर रही हैं. ऐसे में उन्हें शहर की कई एकेडमी में प्रैक्टिस की हैं, लेकिन उन्हें कोच योगिंदर पुरी और सरबजीत सिंह से अपना प्रशिक्षण ले रही हैं. इसके साथ ही उनके पिता भी उनकी बहुत मदद करते हैं.
पारुषि ने बताया कि इस समय वह यूटीसीए अंडर -19 टीम की कप्तान हैं. पारुषि ने बताया कि वह बाएं हाथ बल्लेबाज हैं और चाइनामैन गेंदबाज हैं. जिनके लिए भारतीय टीम की सीनियर खिलाड़ियों ने भी उनकी तारीफ की है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपना प्रशिक्षण योगेंद्र पुरी से लिया है जो इस समय ऊना में सरकारी कोच हैं.
पारुषि प्रभाकर ने बताया कि इस समय में अंडर-19 की कैप्टन होने के नाते उन पर टीम के साथ-साथ खुद के खेल कर भी प्रभाव है. इस समय चंडीगढ़ टीम की अंडर-19 में करीब 100 खिलाड़ी हैं. ऐसे में अगर उन्हें वीमेंस प्रीमियर लीग में चुना जाता है तो वे कड़ी मेहनत करते हुए दुनिया को दिखाना चाहेंगी कि भारत की महिला क्रिकेटर किसी से कम नहीं हैं.
ये भी पढ़ें: WPL 2023 Auction : इन 5 खिलाड़ियों को नीलामी में मिल सकती है बड़ी रकम, विश्व कप में मचाया है धमाल