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कोरोना का असर: किरायेदारों के पलायन से खाली हुए 15% से ज्यादा घर

कोरोना महामारी ने चंडीगढ़ के मकान मालिकों की आय पर भी असर डाला है. कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद हैं, छात्र रूम खाली कर अपने घर चले गए हैं. मकान मालिकों को अपनी प्रॉपर्टी से किराया नहीं मिल रहा है. पढ़िए पूरी रिपोर्ट-

tenants vacating house in chandigarh
खाली पड़े हैं चंडीगढ़ के 15% से ज्यादा घर, कमर्शियल स्पेस पर भी लगा ताला
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Published : Jul 25, 2020, 12:08 PM IST

Updated : Jul 25, 2020, 4:13 PM IST

चंडीगढ़: 'सिटी ब्यूटीफुल' चंडीगढ़ में कोरोना के चलते हालात अब भी सामान्य नहीं हुए हैं. हालांकि लॉकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है, लेकिन काम धंधे पहले की तरह पूरी तरह पटरी पर नहीं लौटे हैं. लॉकडाउन के बीच या बाद चंडीगढ़ से एक बड़ी आबादी अपने मूल निवास का रुख कर चुकी है. जिसका नतीजा ये हुआ कि चंडीगढ़ में इन दिनों टू लेट बोर्ड्स की भरमार है. चंडीगढ़ में ना सिर्फ पीजी और कमरे खाली हैं. बल्कि शोरूम और दुकानों के मालिक भी किरायदारों की बाट जोह रहे हैं. शहर में नामी प्रॉपर्टी डीलर्स की मानें तो इस वक्त चंडीगढ़ में 15% से ज्यादा घर खाली हैं.

किरायदारों की तलाश में मकाल मालिक

वैसे तो चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा की राजधानी है, लेकिन चंडीगढ़ शहर में हरियाणा और पंजाब के निवासियों के अलावा बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से आए लोग भी रहे हैं. अब ये लोग कोरोना काल और काम ठप होने की वजह से अपने मूल निवास जा चुके हैं. जिस वजह से चंडीगढ़ में कई घर और दुकानें खाली हो गई हैं.

बिना किरायदार खाली हुए 15 प्रतिशत से ज्यादा घर

प्रॉपर्टी डीलर एसपी सिंह ने बताया कि घरों के साथ-साथ शोरूम के खाली होने के कारण बड़ी संख्या में उनके पास लोग किरायेदारों के डिमांड करने आ रहे हैं. एसपी सिंह ने कहा कि काफी संख्या में जो लोग घरों को छोड़कर गए हैं, उसका एक बड़ा कारण काम बंद हो जाना भी है. उन्होंने बताया कि लोगों के चले जाने के कारण पहले से बढ़ा हुआ किराया काफी कम हो गया है. अब लोग कम कीमतों में भी शोरूम और घर किराये पर देने को राजी हैं.

चंडीगढ़ में कम हुआ किराया

  1. चंडीगढ़ से जाने वालों की संख्या 15% से ज्यादा
  2. चंडीगढ़ में इस वक्त खाली है कई कमर्शियल स्पेस और कमरें
  3. 25 से 30 प्रतिशत तक घटा दुकान और शोरूम का किराया
  4. 5 हजार तक कम हुआ पीजी और कमरों का किराया

वहीं रिहायशी घरों में डील करने वाले राजन शर्मा ने बताया कि उनके पास बहुत से ऐसे लोग आ रहे हैं, जिनके घर खाली हो चुके हैं और वो किरायेदार चाहते हैं. राजन ने कहा कि दो-तीन महीने से घर खाली होने के चलते मकान मालिकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि काम बंद हो जाना इसका एक बड़ी वजह है. आईटी कंपनियों में भी वर्क फॉर्म होम है, जिसके चलते पीसी में रहने वाले लड़के-लड़कियां भी अपने घरों को वापस चले गए हैं.

5 हजार तक कम हुआ पीजी और कमरों का किराया

चंडीगढ़ निवासी जितेंद्र ने बताया कि उनका घर किराये पर चढ़ा था, लेकिन काम बंद हो जाने के कारण किरायेदार मकान खाली करके जा चुके हैं.अब आने वाले समय में भी किरायेदारों के वापस लौटने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि काम बंद होने के चलते या फिर से लॉकडाउन लगने के डर के चलते लोग वापस नहीं आना चाहते.

ये भी पढ़िए: अंबालाः एक-एक पैसे को मोहताज कुली भूखे सोने को मजबूर

चंडीगढ़ में किरायदारों के चले जाने से मकान के किराये में भारी कटौती देखने को मिली है.कभी आसमान छूटे किराये के दाम आज गिर चुके हैं. वहीं प्रॉपर्टी के दाम में भी भारी कमी देखने को मिल रही है. घरों के मालिक किरायेदारों के इंतजार में हैं. वहीं शोरूम खाली होने की वजह से बाजारों में भी बड़ी संख्या में टू लेट के बोर्ड टंगे नजर आ रहे हैं.

चंडीगढ़: 'सिटी ब्यूटीफुल' चंडीगढ़ में कोरोना के चलते हालात अब भी सामान्य नहीं हुए हैं. हालांकि लॉकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है, लेकिन काम धंधे पहले की तरह पूरी तरह पटरी पर नहीं लौटे हैं. लॉकडाउन के बीच या बाद चंडीगढ़ से एक बड़ी आबादी अपने मूल निवास का रुख कर चुकी है. जिसका नतीजा ये हुआ कि चंडीगढ़ में इन दिनों टू लेट बोर्ड्स की भरमार है. चंडीगढ़ में ना सिर्फ पीजी और कमरे खाली हैं. बल्कि शोरूम और दुकानों के मालिक भी किरायदारों की बाट जोह रहे हैं. शहर में नामी प्रॉपर्टी डीलर्स की मानें तो इस वक्त चंडीगढ़ में 15% से ज्यादा घर खाली हैं.

किरायदारों की तलाश में मकाल मालिक

वैसे तो चंडीगढ़ पंजाब और हरियाणा की राजधानी है, लेकिन चंडीगढ़ शहर में हरियाणा और पंजाब के निवासियों के अलावा बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से आए लोग भी रहे हैं. अब ये लोग कोरोना काल और काम ठप होने की वजह से अपने मूल निवास जा चुके हैं. जिस वजह से चंडीगढ़ में कई घर और दुकानें खाली हो गई हैं.

बिना किरायदार खाली हुए 15 प्रतिशत से ज्यादा घर

प्रॉपर्टी डीलर एसपी सिंह ने बताया कि घरों के साथ-साथ शोरूम के खाली होने के कारण बड़ी संख्या में उनके पास लोग किरायेदारों के डिमांड करने आ रहे हैं. एसपी सिंह ने कहा कि काफी संख्या में जो लोग घरों को छोड़कर गए हैं, उसका एक बड़ा कारण काम बंद हो जाना भी है. उन्होंने बताया कि लोगों के चले जाने के कारण पहले से बढ़ा हुआ किराया काफी कम हो गया है. अब लोग कम कीमतों में भी शोरूम और घर किराये पर देने को राजी हैं.

चंडीगढ़ में कम हुआ किराया

  1. चंडीगढ़ से जाने वालों की संख्या 15% से ज्यादा
  2. चंडीगढ़ में इस वक्त खाली है कई कमर्शियल स्पेस और कमरें
  3. 25 से 30 प्रतिशत तक घटा दुकान और शोरूम का किराया
  4. 5 हजार तक कम हुआ पीजी और कमरों का किराया

वहीं रिहायशी घरों में डील करने वाले राजन शर्मा ने बताया कि उनके पास बहुत से ऐसे लोग आ रहे हैं, जिनके घर खाली हो चुके हैं और वो किरायेदार चाहते हैं. राजन ने कहा कि दो-तीन महीने से घर खाली होने के चलते मकान मालिकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि काम बंद हो जाना इसका एक बड़ी वजह है. आईटी कंपनियों में भी वर्क फॉर्म होम है, जिसके चलते पीसी में रहने वाले लड़के-लड़कियां भी अपने घरों को वापस चले गए हैं.

5 हजार तक कम हुआ पीजी और कमरों का किराया

चंडीगढ़ निवासी जितेंद्र ने बताया कि उनका घर किराये पर चढ़ा था, लेकिन काम बंद हो जाने के कारण किरायेदार मकान खाली करके जा चुके हैं.अब आने वाले समय में भी किरायेदारों के वापस लौटने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि काम बंद होने के चलते या फिर से लॉकडाउन लगने के डर के चलते लोग वापस नहीं आना चाहते.

ये भी पढ़िए: अंबालाः एक-एक पैसे को मोहताज कुली भूखे सोने को मजबूर

चंडीगढ़ में किरायदारों के चले जाने से मकान के किराये में भारी कटौती देखने को मिली है.कभी आसमान छूटे किराये के दाम आज गिर चुके हैं. वहीं प्रॉपर्टी के दाम में भी भारी कमी देखने को मिल रही है. घरों के मालिक किरायेदारों के इंतजार में हैं. वहीं शोरूम खाली होने की वजह से बाजारों में भी बड़ी संख्या में टू लेट के बोर्ड टंगे नजर आ रहे हैं.

Last Updated : Jul 25, 2020, 4:13 PM IST
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