चंडीगढ़: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल (Haryana Home Minister Anil Vij) विज ने बताया कि हरियाणा के साइबर पुलिस स्टेशन ( Haryana Cyber Police Station) में अब टैक्नोक्रेटस को रखा जाएगा ताकि साइबर अपराध पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर जिले में कम से कम एक साइबर से संबंधित टैक्नोक्रेट रखने के लिए अन्य विभागों से प्रतिनियुक्ति पर टैक्नोक्रेटस को रखा जाए. इसके अलावा, आगामी 30 नंवबर तक पुलिस पब्लिक कमेटियों का गठन किया जाएगा. विज गृह एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. हरियाणा पुलिस नियमों को 31 दिसंबर तक सरकार को सौंपा जाएगा.
बैठक के दौरान हरियाणा पुलिस नियमों के संबंध में भी चर्चा की गई और मंत्री को अवगत करवाया गया कि इस संबंध में एक कमेटी का गठन किया गया है जो इन नियमों की जांच पर कार्यवाही कर रही है तथा इन नियमों को आगामी 31 दिसंबर, 2022 तक आगामी कार्यवाही के लिए सरकार को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी. विज ने कहा कि अंबाला और करनाल रेंज में कार्यरत पुलिस कर्मियों के पदोन्नति के संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा और वरिष्ठता को मदेनजर रखते हुए पुलिस कर्मियों की पदोन्नति की जाएगी जिसके लिए आज उन्होंने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश दिए हैं.
हाइवे पर चलने वाले भारी वाहनों के संबंध में गृह मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हाइवे पर भारी वाहनों की लेन ड्राइविंग होनी चाहिए और इसका अनुसरण भारी वाहन चालकों से करवाया जाए. इस पर पुलिस विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लेन ड्राइविंग का अनुसरण न करने वाले भारी वाहन चालकों के लगभग 1.5 लाख चालान किए गए हैं.
गृह मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली व चंडीगढ़ में वाहन चालक आते ही यातायात नियमों का अनुसरण करने लगते हैं उसी प्रकार हरियाणा में भी सभी चालक यातायात नियमों का अनुसरण करें हमें ऐसा माहौल तैयार करना हैं और सख्ती से लागू करना है ताकि सडक दुर्घटनाओं में होने वाली लोगों की मृत्यु को रोका जा सकें। उन्होंने कहा कि हर साल हाईवे पर लेन ड्राइविंग का अनुसरण न करने पर 5 हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो जाती है. विज ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अभियान को लगातार चला कर रखें.
बैठक में गृह मंत्री अनिल विज ने पुलिस पब्लिक कमेटी के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुलिस पब्लिक कमेटियों को गठन पुनः किया जाए और इन कमेटियों में शहर के चुनिंदा व मौजिज, जिसमें विभिन्न संस्थाओं, संगठनों के लोगों को भी शामिल किया जाए. इस पर, पुलिस विभाग के अधिकारियों ने गृह मंत्री को अवगत कराया कि आने वाली 30 नंबवर तक सभी जिलों में पुलिस पब्लिक कमेटियों का गठन पुनः कर दिया जाएगा.
हरियाणा में सीसीटीवी कैमरे अपराध मुक्त व सुरक्षित राज्य बनाने की दिशा में सार्थक साबित होंगे. गृह मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के कार्य में तेजी लाई जाए. इस पर अधिकारियों ने विज को अवगत कराया कि आगामी 15 दिसंबर, 2022 तक ऐसे सभी सीसीटीवी कैमरों की मैपिंग कर दी जाएगी. इसके अलावा विज ने बैठक के दौरान ही निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सभी भवनों, अस्पतालों व स्वास्थ्य केन्द्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए निर्देश जारी किए जाएंगे. इसके अलावा, सीसीटीवी पोर्टल बनाने पर भी चर्चा की गई और विभिन्न विभागों को अपने दफ्तरों के परिसर में सीसीटीवी लगाने के लिए नियम तय करने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए है. इस संबंध में एक प्रस्ताव को सरकार को भेजने के लिए आदेश दिए ताकि राज्य सरकार के अन्य विभाग भी अपने-अपने कार्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगवा पाएं. इसी प्रकार, अधिकारियों ने मंत्री को अवगत कराया कि सीसीटीवी कैमरे लगने से अपराध में कमी आती है और अपराध के मामलों को निपटाने में सहायता भी मिलती है.
राज्य के कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में शुरू होंगे फोरेसिंक पाठयक्रम बैठक में फोरेसिंक साइंस लैबोरेटरी के सुधार, अपग्रेेडेशन और क्षमता बढाने के संबंध में चर्चा की गई और गृह मंत्री को बताया गया कि लगभग 13302 मामले इससे संबंधित हैं और जिन्हें 30 जून, 2023 तक निपटा दिया जाएगा. पुलिस अधिकारियों ने विज को अवगत कराया कि इन मामलों को निपटाने के लिए चण्डीगढ और दिल्ली की फोरेसिंक लैब का भी सहयोग लिया जा रहा है. विज ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हरियाणा के कालेजों व विश्वविद्यालयों में फोरसिंक से संबंधित पाठयक्रमों को शुरू करने की कवायद की जाए ताकि इस क्षेत्र में लोगों को तैयार किया जा सके. इस पर, अधिकारियों ने बताया कि राज्य के तकनीकी क्षेत्र के कालेजों व विश्वविद्यालयों में चल रहे फोरसिंक पाठयक्रमों को गुजरात की फोरसिंक विश्वविद्यालय से मान्यता दिलवाई जाएगी इसी प्रकार, गुरूग्राम विश्वविद्यालय में भी फोरसिंक पाठयक्रमों को जल्द ही शुरू किया जाएगा.