नई दिल्ली/चंडीगढ़: हरियाणा में प्रदर्शन के दौरान किसानों पर लाठीचार्ज करने और आंसू गैस के गोले छोड़ने के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. ये याचिका सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स पंजाब के छात्रों द्वारा लगाई गई है जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है.
इस याचिका में हरियाणा सरकार द्वारा किसान प्रदर्शनकारियों के मानवाधिकारों के उल्लंघन और किसानों पर वाटर कैनन और लाठीचार्ज के इस्तेमाल के बारे में बताया गया है.
बता दें कि, बीते दिन भी जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे स्थित खेड़ा बॉर्डर से जब किसानों ने दिल्ली कूच करने की कोशिश की थी तो इस दौरान रेवाड़ी पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया था और आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे.
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इससे पहले भी पीपली, अंबाला और पानीपत में किसानों पर पुलिस द्वारा बल का प्रयोग किया गया था. इस दौरान कई किसान घायल भी हुए, जिसके बाद राज्य सरकार की खूब किरकिरी हुई थी.
बहरहाल, हरियाणा सरकार पहले से ही किसानों की नाराजगी मौल ले बैठी है. वहीं अब सुप्रीम कोर्ट में ये मामला पहुंचने के बाद शायद एक बार फिर से हरियाणा सरकार की मुसीबतें बढ़ सकती हैं.
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