भिवानी: भारतीय किसान यूनियन इकाई हसान के बैनर तले किसान पंचायत का आयोजन किया गया. ये आयोजन कपास की बर्बाद फसल के बीमा क्लेम और स्पेशल गिरदावरी की मांग को लेकर किया गया था.
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि सफेद मक्खी और अन्य रोगों के कारण किसानों की कपास की फसल प्रदेशभर में खराब हो रही है. उन्होंने कहा कि भिवानी जिले में 75 फ़ीसदी से लेकर 100 फ़ीसदी तक फसल खराब हो चुकी है. किसान द्वारा महंगे कीटनाशक का छिड़काव करवाने के बाद भी फसल नहीं बच पाई.
कुंभकर्ण की नींद सोया हुआ है कृषि विभाग: किसान नेता
किसानों ने कृषि विभाग नजर अंदाज करने के आरोप लगाए और कहा कि कृषि विभाग कुंभकर्ण की नींद सोया हुआ है, जो जान-बूझकर कंपनियों से किसानों को लुटवा रहा है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग जो किसानों के कल्याण के लिए बनाया गया था आज वो कंपनियों की दलाली कर रहा है.
भारतीय किसान यूनियन ने 3 सितंबर को सरकार से मांग की थी कि 14 सितंबर तक किसानों की स्पेशल गिरदावरी की जाए और प्रति एकड़ 50 हजार रूपए मुआवजा दिया जाए, साथ ही जिन किसानों ने बीमा करवाया है उन किसानों को बीमा क्लेम भी दिया जाए.
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किसानों ने सरकार को दी चेतावनी
किसानों का कहना है कि उनके द्वारा भिवानी जिले के सभी तहसीलों में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक रेंगने का नाम नहीं है.
किसानों ने चेतावनी दी कि अगर 14 सितंबर तक स्पेशल गिरदावरी के आदेश के साथ किसानों को बीमा क्लेम नहीं दिया गया तो 15 सितंबर को भिवानी जिले के प्रत्येक गांव से किसान भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने पंचायत कर आगामी कड़ा निर्णय लेंगे.