चंडीगढ़: मंगलवार को हरियाणा की राजनीति में कुछ ऐसा हुआ कि सियासी पारा एकदम से बढ़ गया. कांग्रेस के तीन दिग्गज नेता रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी एक मंच पर दिखे. तीनों ने पहले संयुक्त रूप से चंडीगढ़ में बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसके बाद तीनों एक ही कार में रवाना हो गए. बड़ी बात ये है कि इसमें सारथी की भूमिका कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने निभाई.
ये तीनों ही नेता हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के विरोधी माने जाते हैं. माना जा रहा है कि मंगलवार को तीनों ने एक मंच पर इकट्ठा होकर शक्ति प्रदर्शन किया. इससे पहले 24 जून को हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में कांग्रेस की गुटबाजी देखने को मिली. दरअसल कांग्रेस पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा बैठक को बीच में छोड़कर चली गई. इस दौरान उनके समर्थकों ने भावी सीएम के नारे लगाए.
बताया जा रहा है जब कुमारी सैलजा बैठक में बोलने के लिए मंच पर आईं तो भूपेंद्र हुड्डा के समर्थनकों ने नारे लगाने शुरू कर दिए. जिसके बाद कुमारी सैलजा के समर्थक भी भावी सीएम के नारे लगाने लगे. जब इस बारे में हरियाणा कांग्रेस प्रभारी ने सफाई देते हुए कहा था कि हरियाणा कांग्रेस में सीएम पद का दावेदार कौन होगा ये पार्टी हाईकमान तय करेगा. जिसके बाद हरियाणा कांग्रेस में सीएम पद को लेकर एक बार फिर से कलह देखने को मिल रही है.