चंडीगढ़: वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा में टोल दर वृद्धि की गहरी निंदा करते हुए सरकार से इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है. सुरजेवाला ने कहा कि कोरोना महामारी आने के बाद सरकार द्वारा दूसरी बार टोल दरों में वृद्धि की गई है, जो सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है.
सरकार नए-नए तुगलकी फरमान जारी कर रही
उन्होंने कहा कि एक ओर तो देश व प्रदेश के लोग कोरोना महामारी और मोदी-खट्टर सरकारों की जन विरोधी नीतियों के कारण कमर तोड़ आर्थिक मंदी का शिकार हुए हैं. वहीं दूसरी ओर सरकार जनता के जख्मों पर मरहम लगाने की बजाए, नए-नए तुगलकी फरमान जारी करके उनके जख्मों को कुरेदने का काम कर रही है.
लोगों पर डाला जा रहा है बोझ
सुरजेवाला ने कहा कि लोगों से नए वाहन को खरीदने पर रोड टैक्स पर प्रदेश सरकार द्वारा भारी टैक्स वसूला जाता है और ये भी रिकॉर्ड की बात है कि प्रदेश की खट्टर-चौटाला सरकार ने भी पिछले छह सालों में बार-बार प्रदेश के लोगों पर पेट्रोल व डीजल के टैक्सों का भार बढ़ा कर सड़क के सफर को बहुत महंगा कर दिया है. अब रही सही कसर पूरी करके लोगों पर तिहरी मार करते हुए टोल नाकों पर टोल टैक्स और बढ़ा दिया गया है.
हर जगह बढ़ाई टोल दरें
सुरजेवाला ने बताया कि सरकार द्वारा दिल्ली से चंडीगढ़, दिल्ली से सिरसा, दिल्ली से फरीदाबाद, पलवल रोड पर टोल टैक्स की दरें बढ़ाई गई है और टोल दरें पांच फीसदी तक महंगी हो गयी हैं, जिससे हरियाणा में विभिन्न राजमार्गों पर टोल दरों में 5 से 10 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-सिरसा, दिल्ली-फरीदाबाद, पलवल हाईवे पर टोल टैक्स महंगा हो गया है.
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इसी प्रकार आगरा-पलवल और फरीदाबाद से दिल्ली की तरफ बदरपुर फ्लाईओवर से आने-जाने वाले लोगों को अब कार, जीप वैन और लाइट मोटर व्हीकल को मल्टीपल ट्रिप के लिए 40 और मंथली पास के लिए 793 रुपये खर्च करने होंगे. दिल्ली चंडीगढ़ हाईवे पर करनाल में नई टोल दरों के मुताबिक हल्के वाणिज्य वाहनों को सिंगल यात्रा पर 220 रुपये और 24 घंटे में वापस टोल क्रॉस करने पर 330 रुपये देने होंगे.
वहीं ट्रक और बस जैसे वाहनों को सिंगल यात्रा पर 440 रुपये और अपडाउन के लिए 660 रुपये देने होंगे. दिल्ली-सिरसा हाईवे पर रोहद टोल प्लाजा पर छोटे वाहनों के लिए एक तरफ 65 रुपये, दोनों तरफ 95 रुपये और मासिक 1905 रुपये होगा.
उप मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं?
सुरजेवाला ने कहा कि टोल के मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चुप क्यों हैं? दुष्यंत चौटाला तो टोल नाकों को उखाड़ने का दावा करके ही सत्ता में आए थे, तो अब वह चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के साथ भाजपा-जजपा सरकार द्वारा किए जा रहे अन्याय को कांग्रेस कतई सहन नहीं करेगी. भाजपा सरकार को बढ़ाए गए टोल रेट वापस लेने पड़ेंगे, अन्यथा प्रदेश की जनता उन्हें सबक सिखा के रहेगी.
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