चंडीगढ़: हरियाणा सरकार को मेट्रो रेल विस्तार योजना में केंद्र सरकार से कोई मदद नहीं मिली. कांग्रेस राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा में मेट्रो रेल विस्तार पर केंद्र से सवाल पूछा, तो केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री कौशल किशोर ने इसका जवाब देते हुए खुलासा किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली मेट्रो रेल विस्तार के लिए भारत सरकार द्वारा देश में पिछले 5 सालों में कुल 10,856.75 करोड़ रुपये दिए हैं.
साथ ही प्रस्तावित वित्तीय वर्ष 2023-24 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. यानी करीब 13141.75 करोड़ रुपये केंद्र की ओर से आवंटित किए गए हैं. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा को एक रुपया भी केंद्र की ओर से नहीं दिया गया है. वहीं, दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में डबल इंजन की सरकार फेल हो चुकी है. केंद्र ने हजारों करोड़ रुपये आवंटित किए, लेकिन हरियाणा सरकार एक भी रुपया ले नहीं पाई.
वहीं, सदन में केंद्र सरकार ने जवाब में ये भी खुलासा किया है कि पिछले 9 सालों में हरियाणा की कमजोर सरकार गुरुग्राम-बावल और बहादुरगढ़-रोहतक, द्वारका-बाढसा, कुंडली-सोनीपत में मेट्रो रेल विस्तार का प्रपोजल नहीं दे पाई है. इसके साथ ही दीपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस का गुणगान करते हुए कहा कि 2010 में केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली से बाहर अन्य शहरों को मेट्रो से जोड़ने की बात आई तो हुड्डा सरकार ने 4 साल में 4 शहरों को बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, फरीदाबाद और गुड़गांव को दिल्ली मेट्रो से जोड़ दिया था.
4 साल में लगभग 41 किलोमीटर मेट्रो का काम पूरा कराया गया. लेकिन साल 2014 के बाद जब से डबल इंजन की सरकार प्रदेश में आई है, तब से मेट्रो के विस्तार पर ब्रेक लगा हुआ है. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि 9 सालों में कमजोर सरकार मेट्रो तो दूर की बात है 41 सेंटीमीटर का भी विकास नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जैसे ही कांग्रेस की सरकार आएगी उसके बाद एक बार फिर से मेट्रो का विस्तार किया जाएगा.
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