चंडीगढ़: कुरुक्षेत्र जेल से रविवार को 4 विचाराधीन कैदी फरार हो गए. यह विचाराधीन कैदी हाल ही में जेल में लाए गए थे. इसकी भनक लगने पर जेल में हड़कंप मच गया. जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले हवलदार को सस्पेंड किया गया है. वहीं, पूरे मामले की जांच आईजी को सौंपी गई है. आईजी की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाह जेल कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि फरार 2 कैदियों को पकड़ लिया गया है. इस मामले में डीआईजी जगजीत सिंह का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने इस घटना में जेल प्रशासन की लापरवाही को बड़ा कारण बताया है.
जानकारी के अनुसार कुरुक्षेत्र जेल से रविवार शाम को 4 कैदी फरार हो गए. यह सभी चोरी और छीना झपटी जैसे छोटे अपराधों के आरोप में जेल में लाए गए थे. इन्हें अभी दो महीने से कम समय हुआ था. जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कुरुक्षेत्र जेल से कैदी फरार होने के मामले की जानकारी देते हुए बताया कि चारों विचाराधीन कैदी थे और हाल ही में आने के कारण जेलकर्मी उनके चेहरे नहीं पहचानते थे.
इसी का फायदा उठाकर चारों विचाराधीन कैदी लेबर के साथ जेल से बाहर निकल गए. बताया जा रहा है कि जेल में 40 से अधिक लेबर काम कर रही थी, कैदी भी इसमें शामिल हो गए और जेल से बाहर निकल गए. जेल मंत्री ने इसे लापरवाही मानते हुए इनके इंचार्ज हवलदार को सस्पेंड कर दिया है वहीं पूरे मामले की जांच आईजी को सौंप दी है. जेल मंत्री ने कहा कि सभी कैदी हार्डकोर अपराधी नहीं थे.
हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार ने इस तरह जेल से कैदियों के निकलने की घटना को गंभीरता से लिया है. आईजी की जांच रिपोर्ट पर लापरवाह जेल कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र जिला जेल से विचाराधीन कैदी रोहित कुमार, रजत कुमार और सबर अली जेल से फरार हो गए थे. इस मामले में कुरुक्षेत्र जेल डीएसपी शिवेंद्र पाल सिंह ने कैदियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है लेकिन इस पूरे मामले में कुरुक्षेत्र जेल प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है.
कुरुक्षेत्र जेल में कई नामी बदमाश कैद हैं, ऐसे में साधारण कैदियों के फरार होने पर कुरुक्षेत्र जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. डीआईजी जगजीत सिंह ने बताया कि शाहाबाद के रहने वाले कैदी नशेड़ी किस्म के हैं, एक को चोरी के आरोप में एक महीने पहले ही पकड़ा गया था. वहीं, दो अन्य आरोपी 3 से चार दिन पहले ही जेल में लाए गए थे. जेल में मरम्मत के कार्य के दौरान उनकी लेबर के साथ यह कैदी फरार हो गए.