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जेल में बंद कैदियों को हुनर सिखा रही सृजन योजना, सफलता को देख जेल प्रशासन उत्साहित - जेल निर्मित सामान

चंडीगढ़ के स्टोर में कैदियों के हाथ की बनाई वस्तुएं लोगों पसंद आ रही हैं. इस स्टोर में मिठाई, खादी के कपड़े, फर्नीचर और बेकरी का सामान समेत अन्य कई तरह का सामान बेचा जाता है. विस्तार से पढ़ें.

prisoner made product store in Chandigarh
जेल में बंद कैदियों को हुनर सिखा रही सृजन योजना
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Published : Feb 4, 2020, 4:40 PM IST

चंडीगढ़: जेल में बंद कैदियों के लिए शुरू की गई सृजन योजना को 1 साल हो चुका है. पिछले 1 साल में इस योजना से सैकड़ों कैदियों के हाथ में हुनर आ गया है. वही लोग भी इस योजना के लिए जेल प्रशासन की काफी सराहना कर रहा है. आपको बता दें कि चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में चंडीगढ़ जेल प्रशासन की ओर से एक शोरूम का उद्घाटन किया गया था. जिस शोरूम में कैदियों का बनाया गया सामान बेचा जाता है. जहां पर मिठाई, खादी के कपड़े, फर्नीचर और बेकरी का सामान समेत अन्य कई तरह का सामान बेचा जाता है.

ताकि कैदी हुनर से बदलें जिंदगी !
इस योजना को शुरू करने के पीछे जेल प्रशासन का यही मकसद था कि जेल में बंद कैदियों के जीवन में बदलाव लाने के लिए उन्हें हुनर सिखाया जाए ताकि वह जेल से बाहर जाकर अपनी जिंदगी को बेहतर तरीके से जी सकें. इस कार्यक्रम में मकसद ये है कि वो अपना खुद का काम शुरू करके एक नई जिंदगी की शुरुआत कर सके.

जेल में बंद कैदियों को हुनर सिखा रही सृजन योजना, देखिए रिपोर्ट

जेल प्रशासन की योजना सफल भी हो रही है. क्योंकि एक तरफ कह दी इससे अलग अलग सामान बनाना सीख रहे हैं. साथ ही लोगों को भी कैदियों का बनाया सारा सामान काफी पसंद आ रहा है. लोगों का कहना है कि यह सामान उच्च क्वालिटी का होता है और दूसरी दुकान पर मिलने वाले सामान से सस्ता भी होता है. साथ यहां पर जो मिठाइयां बनाई जाती है वह फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड द्वारा जारी गाइडलाइंस के तहत बनाई जाती है. इसलिए लोगों को यहां का सामान काफी पसंद है.

योजना सफल होता देख अच्छा लग रहा है- जेल सुपरिटेंडेंट
इस योजना के 1 साल पूरा होने पर एआईजी एवं सुपरिटेंडेंट जेल अधिकारी विराट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, उन्हें इस योजना को सफल होता देख काफी अच्छा लग रहा है. जेल प्रशासन ने जिस सोच के साथ इस योजना को शुरू किया था वो मकसद धीरे-धीरे पूरा हो रहा है. कैदियों के बनाए सामान को आम लोग खुले दिल से खरीद रहे हैं. इस योजना की सफलता कैदियों के साथ साथ हमें भी काफी प्रोत्साहित कर रही है.

ये भी पढ़ेंः- हरियाणा में 2024 तक हर जिले में होगा ओल्ड एज होम, सरकार ने HC में दी जानकारी

'देशभर के कैदियों का सामान बेचा जाएगा'
विराट ने कहा कि आम लोगों के साथ-साथ सरकारी अफसर भी यहां से बहुत से सामान खरीद कर ले जाते हैं. इस तरह से हमें सभी लोगों का अच्छा सहयोग मिल रहा है. उन्होंने कहां की इस शोरूम में पहले सिर्फ चंडीगढ़ के मॉडल जेल में बंद कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद ही रखे जाते थे, लेकिन अब हमने इसमें हिमाचल और हरियाणा की जेलों में बने प्रोडक्ट्स को भी रखना शुरू कर दिया है. अब जेल प्रशासन की अगली योजना यह है कि देश भर में जितने भी जेल हैं. वहां पर कैदियों द्वारा जो भी सबसे अच्छे उत्पाद बनाए जा रहे हैं उन्हें भी यहां पर बेचना शुरू किया.

चंडीगढ़: जेल में बंद कैदियों के लिए शुरू की गई सृजन योजना को 1 साल हो चुका है. पिछले 1 साल में इस योजना से सैकड़ों कैदियों के हाथ में हुनर आ गया है. वही लोग भी इस योजना के लिए जेल प्रशासन की काफी सराहना कर रहा है. आपको बता दें कि चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में चंडीगढ़ जेल प्रशासन की ओर से एक शोरूम का उद्घाटन किया गया था. जिस शोरूम में कैदियों का बनाया गया सामान बेचा जाता है. जहां पर मिठाई, खादी के कपड़े, फर्नीचर और बेकरी का सामान समेत अन्य कई तरह का सामान बेचा जाता है.

ताकि कैदी हुनर से बदलें जिंदगी !
इस योजना को शुरू करने के पीछे जेल प्रशासन का यही मकसद था कि जेल में बंद कैदियों के जीवन में बदलाव लाने के लिए उन्हें हुनर सिखाया जाए ताकि वह जेल से बाहर जाकर अपनी जिंदगी को बेहतर तरीके से जी सकें. इस कार्यक्रम में मकसद ये है कि वो अपना खुद का काम शुरू करके एक नई जिंदगी की शुरुआत कर सके.

जेल में बंद कैदियों को हुनर सिखा रही सृजन योजना, देखिए रिपोर्ट

जेल प्रशासन की योजना सफल भी हो रही है. क्योंकि एक तरफ कह दी इससे अलग अलग सामान बनाना सीख रहे हैं. साथ ही लोगों को भी कैदियों का बनाया सारा सामान काफी पसंद आ रहा है. लोगों का कहना है कि यह सामान उच्च क्वालिटी का होता है और दूसरी दुकान पर मिलने वाले सामान से सस्ता भी होता है. साथ यहां पर जो मिठाइयां बनाई जाती है वह फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड द्वारा जारी गाइडलाइंस के तहत बनाई जाती है. इसलिए लोगों को यहां का सामान काफी पसंद है.

योजना सफल होता देख अच्छा लग रहा है- जेल सुपरिटेंडेंट
इस योजना के 1 साल पूरा होने पर एआईजी एवं सुपरिटेंडेंट जेल अधिकारी विराट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, उन्हें इस योजना को सफल होता देख काफी अच्छा लग रहा है. जेल प्रशासन ने जिस सोच के साथ इस योजना को शुरू किया था वो मकसद धीरे-धीरे पूरा हो रहा है. कैदियों के बनाए सामान को आम लोग खुले दिल से खरीद रहे हैं. इस योजना की सफलता कैदियों के साथ साथ हमें भी काफी प्रोत्साहित कर रही है.

ये भी पढ़ेंः- हरियाणा में 2024 तक हर जिले में होगा ओल्ड एज होम, सरकार ने HC में दी जानकारी

'देशभर के कैदियों का सामान बेचा जाएगा'
विराट ने कहा कि आम लोगों के साथ-साथ सरकारी अफसर भी यहां से बहुत से सामान खरीद कर ले जाते हैं. इस तरह से हमें सभी लोगों का अच्छा सहयोग मिल रहा है. उन्होंने कहां की इस शोरूम में पहले सिर्फ चंडीगढ़ के मॉडल जेल में बंद कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद ही रखे जाते थे, लेकिन अब हमने इसमें हिमाचल और हरियाणा की जेलों में बने प्रोडक्ट्स को भी रखना शुरू कर दिया है. अब जेल प्रशासन की अगली योजना यह है कि देश भर में जितने भी जेल हैं. वहां पर कैदियों द्वारा जो भी सबसे अच्छे उत्पाद बनाए जा रहे हैं उन्हें भी यहां पर बेचना शुरू किया.

Intro:चंडीगढ़ में जेल में बंद कैदियों के लिए शुरू की गई सृजन योजना को 1 साल हो चुका है । पिछले 1 साल में इस योजना से सैकड़ों कैदियों के हाथ में हुनर आ गया है। वही लोग भी इस योजना के लिए जेल प्रशासन की काफी सराहना कर रहे हैं



Body:आपको बता दें कि चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में चंडीगढ़ जेल प्रशासन की ओर से एक शोरूम का उद्घाटन किया गया था। जिस शोरूम में कैदियों का बनाया गया सामान बेचा जाता है । जहां पर मिठाई, खादी के कपड़े, फर्नीचर और बेकरी का सामान समेत अन्य कई तरह का सामान बेचा जाता है । इस योजना को शुरू करने के पीछे जेल प्रशासन का यही मकसद था कि जेल में बंद कैदियों के जीवन में बदलाव लाने के लिए उन्हें हुनर सिखाया जाए ।ताकि वह जेल से बाहर जाकर अपनी जिंदगी को बेहतर तरीके से जी सकें व्याधि अपना खुद का काम शुरू करके एक नई जिंदगी की शुरुआत कर सके।
जेल प्रशासन की योजना सफल भी हो रही है। क्योंकि एक तरफ कह दी इससे अलग अलग सामान बनाना सीख रहे हैं । साथ ही लोगों को भी कैदियों का बनाया सारा सामान काफी पसंद आ रहा है । लोगों का कहना है कि यह सामान उच्च क्वालिटी का होता है और दूसरी दुकान पर मिलने वाले सामान से सस्ता भी होता है
साथ यहां पर जो मिठाइयां बनाई जाती है वह फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड द्वारा जारी गाइडलाइंस के तहत बनाई जाती है। इसलिए लोगों को यहां का सामान काफी पसंद है।

बाइट- अजीतपाल, ग्राहक
बाइट- रमेश हुरिया, ग्राहक

इस योजना के 1 साल पूरा होने पर एआईजी एवं सुपरिटेंडेंट जेल अधिकारी विराट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस योजना को सफल होता देख काफी अच्छा लग रहा है। क्योंकि जेल प्रशासन ने जिस सोच के साथ इस योजना को शुरू किया था वह मकसद धीरे-धीरे पूरा हो रहा है । कैदियों के बनाए सामान को आम लोग खुले दिल से खरीद रहे हैं। इस योजना की सफलता कैदियों के साथ साथ हमें भी काफी प्रोत्साहित कर रही है । विराट ने कहा की आम लोगों के साथ-साथ सरकारी अफसर भी यहां से बहुत से सामान खरीद कर ले जाते हैं । इस तरह से हमें सभी लोगों का अच्छा सहयोग मिल रहा है ।उन्होंने कहां की इस शोरूम में पहले सिर्फ चंडीगढ़ के मॉडल जेल में बंद कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद ही रखे जाते थे। लेकिन अब हमने इसमें हिमाचल और हरियाणा की जेलों में बने प्रोडक्ट्स को भी रखना शुरू कर दिया है । अब जेल प्रशासन की अगली योजना यह है कि देश भर में जितने भी जेल हैं। वहां पर कैदियों द्वारा जो भी सबसे अच्छे उत्पाद बनाए जा रहे हैं उन्हें भी यहां पर बेचना शुरू किया।

बाइट - विराट , एआईजी एवं सुपरिटेंडेंट, चंडीगढ़ मॉडल जेल


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