चंडीगढ़: हरियाणा में प्रदूषण (pollution in haryana) का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. बुधवार को हुई बारिश के चलते दिल्ली से सटे गुरुग्राम और फरीदाबाद में प्रदूषण का स्तर थोड़ा कम जरूर हुआ है लेकिन स्थिति अभी भी अच्छी नहीं है. वीरवार को गुरुग्राम का एयर क्वालिटी इंडेक्स 290 रहा. जो हवा की गुणवत्ता के हिसाब से 'खराब श्रेणी' में आता है. ये पहले 'अत्यंत खराब' श्रेणी में था. वहीं फरीदाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 238 रहा. ये हवा की गुणवत्ता के हिसाब से 'खराब श्रेणी' है. पहले फरीदाबाद में प्रदूषण 'अत्यंत खराब' श्रेणी में था.
हरियाणा के ज्यादातर जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. वीरवार को हिसार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 318, पानीपत का 237, सोनीपत का 248, जींद का 309, रोहतक का 228 दर्ज हुआ. जो कि खराब से 'अत्यंत खराब' श्रेणी में आता है. प्रदूषण के स्तर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. डॉक्टर की सलाह है कि इस समय सुबह और दिन ढलने के बाद बाहर की गतिविधियां बंद कर दी जाएं तो अच्छा है.
सुबह घूमने जाने वालों को छोटी वॉक करनी चाहिए. स्वास्थ्य विभाग की सलाह है कि जरूरत पड़ने पर ही लोग घर से बाहर निकले. खासकर बुजुर्ग और छोटे बच्चों को बाहर ना निकलने दें.
एयर क्वॉलिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
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