चंडीगढ़ः देश में आम चुनाव का शोर थम गया है. पिछले कुछ दिन से तेल की कीमतें नहीं बढ़ी हैं. चुनाव से ठीक पहले 6 दिन लगातार तेल की कीमतें कम होती रहीं लेकिन पीएम के इस्तीफे के बाद नई सरकार की घोषणा के साथ फिर से पेट्रोल-डीजल ने उछाल भर ली है. चुनाव के बाद से लगातार ही पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी हो रही है.
आज दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ सहित देश के सभी राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है. आज हुई दामों में बढ़ोत्तरी के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम.
पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी
राज्य | मौजूदा रेट | बढ़ोत्तरी |
हरियाणा | 71.81 ₹/L | 0.11 पैसे |
दिल्ली | 71.53 ₹/L | 0.14 पैसे |
चंडीगढ़ | 67.61 ₹/L | 0.13 पैसे |
डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी
राज्य | मौजूदा रेट | बढ़ोत्तरी |
हरियाणा | 65.84 ₹/L | 0.10 पैसे |
दिल्ली | 66.57 ₹/L | 0.12 पैसे |
चंडीगढ़ | 63.37 ₹/L | 0.11 पैसे |
2010 से सरकारी नियंत्रण से बाहर है पेट्रोल-डीजल
पेट्रोल जून 2010 से सरकारी नियंत्रण से बाहर हैं. इसके बाद अक्तूबर 2014 में डीजल को भी इस व्यवस्था के तहत लाया गया. उसके बाद माह में दो बार कीमतों में संशोधन होने लगा था. लेकिन तेल कंपनियों ने अब रोजाना कीमतों में संशोधन की व्यवस्था शुरू कर दी.
तेल में खेल क्या है ?
चुनाव के वक्त ज्यादातर देखा गया है कि पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें कम रहती हैं या बहुत कम बढ़ती हैं. लेकिन जैसे ही चुनाव हो जाते हैं तेल की कीमतें बढ़ जाती हैं हालांकि सरकार कहती है कि हमारे नियंत्रण में कीमतें नहीं हैं लेकिन क्या ये सिर्फ संयोग भर है कि चुनाव के तुरंत बाद घटती हुई कीमतें बेतहाशा बढ़ जाती हैं.