चंडीगढ़: प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ पेरेंट्स एसोसिएशन लामबंद हो गई है. स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता स्कूलों पर मनमानी के आरोप लगा रहे हैं. वह उनके खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.
स्कूल फीस को लेकर हुआ विवाद
पेरेंट्स एसोसिएशन के सदस्य मनजीत सिंह का आरोप है कि बच्चों के माता-पिता प्राइवेट स्कूलों की मनमानी से परेशान हो चुके हैं. लॉकडाउन के बाद से बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है, क्योंकि बच्चा जैसी पढ़ाई क्लास में बैठकर कर सकता है ऑनलाइन माध्यम से पैसे पढ़ाई नहीं कर सकता. स्कूल नाम मात्र की ऑनलाइन क्लास से चला रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई तो माता-पिता को ही करवानी पड़ रही है. इसके बावजूद स्कूल माता-पिता से मनमानी फीस वसूल कर रहे हैं, जो जायज नहीं है.
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'बच्चा स्कूल नहीं जा रहा तो पूरी फीस क्यों?'
मनजीत सिंह का कहना है कि जब बच्चा स्कूल ही नहीं जा रहा है तो स्कूल फीस पूरी क्यों मांगी जा रही है. स्कूल फीस के अंदर ट्यूशन फीस, बस का किराया, बिल्डिंग फंड इत्यादि अन्य कई तरह के फंड जोड़े जा रहे हैं. अगर बच्चा स्कूल ही नहीं जा रहा तो वह स्कूल की इमारत का इस्तेमाल करने, स्कूल की बिजली का इस्तेमाल करने और बसों की फीस पेरेंट्स क्यों दें.
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स्कूल प्रशासन देता है नाम काटने की धमकी- मनजीत सिंह
मनजीत सिंह ये भी आरोप लगा रहे हैं कि स्कूल प्रशासन माफिया की तरह काम कर रहा है. अगर माता-पिता उनकी मनमानी का विरोध करते हैं तो वह बच्चों को एग्जाम ना दिलाने या उनका स्कूल से नाम काटने की धमकी देते हैं, ऐसे में माता-पिता मजबूर हो चुके हैं.
'लॉकडाउन में हुई पेरेंट्स की हालक दयनीय'
मनजीत सिंह ने कहा कि लॉक डाउन के बाद आम लोगों की हालत दयनीय हो गई है. बहुत से लोगों की नौकरियां जा चुकी है और बहुतों के काम धंधे बंद हो चुके हैं. ऐसे में सभी लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. इस हालात में वे स्कूलों की फीस देने के लायक नहीं है.
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बच्चों के साथ प्रदर्शन करने की दी चेतावनी
उनका कहना है कि पैरंट्स एसोसिएशन की स्कूलों के प्रबंधन से मांग है कि वह जायज पीस लें. जिसे मां बाप आराम से वाहन कर सकें अगर स्कूलों के प्रबंधन ने हमारी मांगे नहीं मानी तो वे स्कूलों के खिलाफ अपना प्रदर्शन करेंगे. वह बच्चों के साथ स्कूलों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. इतना ही नहीं अगस्त में भी प्रबंधन नहीं मानेगी तो हम अपनी मांगों को लेकर राजभवन तक जाएंगे.