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हरियाणा में इस बार 9 लाख टन धान की खरीद कम होने की उम्मीद, MSP पर खरीदी जाएगी मूंगफली

हरियाणा में इन दिनों खरीफ की फसलों की खरीद लगातार जारी है और इस बार सरकार दो फसलों की बजाए 4 फसलों की खरीद एमएसपी पर कर रही है. इससे पहले बाजरा और धान की खरीद एमएसपी पर की जाती थी लेकिन इस बार मूंग और मक्का की खरीद भी एमएसपी पर की जा रही है.

paddy purchase expected to be reduced by 9 lakh tonnes this year in haryana
इस बार धान की खरीद 9 लाख टन कम होने की उम्मीद, एमएसपी पर खरीदी जाएगी मूंगफली
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Published : Oct 30, 2020, 8:36 PM IST

Updated : Oct 30, 2020, 10:34 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में इन दिनों खरीफ की फसलों की खरीद लगातार जारी है और इस बार सरकार दो फसलों की बजाए 4 फसलों की खरीद एमएसपी पर कर रही है. इससे पहले बाजरा और धान की खरीद एमएसपी पर की जाती थी लेकिन इस बार मूंग और मक्का की खरीद भी एमएसपी पर की जा रही है.

पिछले साल जहां 64 लाख टन से ज्यादा धान की खरीद हुई थी. वहीं इस साल अभी तक 42 लाख 50 हजार टन से ज्यादा धान की खरीद हो चुकी है. हरियाणा के खाद्य और आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास का कहना है कि इस साल धान की खरीद करीब 50 से 55 लाख टन होने की उम्मीद है.

हरियाणा में इस बार 9 लाख टन धान की खरीद कम होने की उम्मीद

पिछले साल के मुकाबले इस बार धान की खरीद हुई कम

साल 2019 में बाजरे की खरीद साढ़े 3 लाख टन हुई थी, जबकि 2020 में अभी तक ढाई लाख टन खरीद हो चुकी है. वहीं मूंग की खरीद 756 टन हुई है. बाजरे की खरीद 2 लाख 80 हजार टन और मक्का की खरीद 2 हजार 471 टन हुई है. उन्होंने बताया कि अभी तक खरीफ की फसलों को लेकर किसानों की तरफ से मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर 7 लाख 80,864 किसानों ने 4,38,444 एकड़ जमीन का रजिस्ट्रेशन करवाया है. पीके दास ने बताया कि किसानों को अभी तक 3000 करोड़ की पेमेंट की जा चुकी है.

इस साल धान की फसल की कम खरीद होने का एक बड़ा कारण मेरा पानी मेरी विरासत योजना बताया जा रहा है. जिसके तहत बड़ी संख्या में किसानों ने धान की फसल छोड़कर दूसरी फसलों का रुख किया है. जिसके तहत 1,18,128 हेक्टेयर से ज्यादा में किसानों ने धान की फसल छोड़कर दूसरी फसलों को अपनाया है.

बाजरे की खरीद को लेकर पीके दास ने कहा कि सिर्फ पंजीकृत किसानों की ही बाजरे की फसल खरीदी जाएगी क्यों कि वो नहीं चाहते कि दूसरे राज्यों के किसान हरियाणा में आकर अपनी फसल बेंचे और इससे किसानों के साथ-साथ सरकार को भी नुकसान उठाना पढ़ता है.

'इस बार मूंगफली को भी एमएसपी पर खरीदा जाएगा'

इस बार सरकार की तरफ से एक और फैसला लिया गया है, जिसके तहत प्रदेश में अब मूंगफली की भी एमएसपी पर खरीद की जाएगी. पीके दास का कहना है कि पहली बार हरियाणा में मूंगफली की फसल को एमएसपी पर खरीदा जाएगा.

हरियाणा में 17000 एकड़ में मूंगफली का मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हुआ है और सरकार की तरफ से एमएसपी निर्धारित की गई है. इससे पहले सरकार की तरफ से एमएसपी पर मूंगफली की खरीद नहीं की जाती थी लेकिन अब इस फैसले के बाद हिसार, सिरसा और फतेहाबाद में सरकार की तरफ से होने वाली मूंगफली की पैदावार की खरीद की जाएगी.

पीके दास ने बताया कि प्रदेश के सात जिलों में 1 नवंबर से मूंगफली की खरीद शुरू होने जा रही है. धान की वैरायटी 1509 को लेकर भी सरकार द्वारा हैफेड को आदेश जारी कर दिए गए हैं कि 1,888 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से इसे खरीदा जाए.

गौरतलब है कि सरकार की तरफ से फिलहाल फसलों की खरीद को लेकर रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है. मंडियों में जो खरीद के लिए फसलें पहले से रजिस्टर हैं और बेचने के लिए पहुंच रही हैं उनकी खरीद सरकार की तरफ से की जा रही है .

ये भी पढ़िए: पलवल की मंडियों में MSP पर फसल की खरीद जारी

चंडीगढ़: हरियाणा में इन दिनों खरीफ की फसलों की खरीद लगातार जारी है और इस बार सरकार दो फसलों की बजाए 4 फसलों की खरीद एमएसपी पर कर रही है. इससे पहले बाजरा और धान की खरीद एमएसपी पर की जाती थी लेकिन इस बार मूंग और मक्का की खरीद भी एमएसपी पर की जा रही है.

पिछले साल जहां 64 लाख टन से ज्यादा धान की खरीद हुई थी. वहीं इस साल अभी तक 42 लाख 50 हजार टन से ज्यादा धान की खरीद हो चुकी है. हरियाणा के खाद्य और आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास का कहना है कि इस साल धान की खरीद करीब 50 से 55 लाख टन होने की उम्मीद है.

हरियाणा में इस बार 9 लाख टन धान की खरीद कम होने की उम्मीद

पिछले साल के मुकाबले इस बार धान की खरीद हुई कम

साल 2019 में बाजरे की खरीद साढ़े 3 लाख टन हुई थी, जबकि 2020 में अभी तक ढाई लाख टन खरीद हो चुकी है. वहीं मूंग की खरीद 756 टन हुई है. बाजरे की खरीद 2 लाख 80 हजार टन और मक्का की खरीद 2 हजार 471 टन हुई है. उन्होंने बताया कि अभी तक खरीफ की फसलों को लेकर किसानों की तरफ से मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर 7 लाख 80,864 किसानों ने 4,38,444 एकड़ जमीन का रजिस्ट्रेशन करवाया है. पीके दास ने बताया कि किसानों को अभी तक 3000 करोड़ की पेमेंट की जा चुकी है.

इस साल धान की फसल की कम खरीद होने का एक बड़ा कारण मेरा पानी मेरी विरासत योजना बताया जा रहा है. जिसके तहत बड़ी संख्या में किसानों ने धान की फसल छोड़कर दूसरी फसलों का रुख किया है. जिसके तहत 1,18,128 हेक्टेयर से ज्यादा में किसानों ने धान की फसल छोड़कर दूसरी फसलों को अपनाया है.

बाजरे की खरीद को लेकर पीके दास ने कहा कि सिर्फ पंजीकृत किसानों की ही बाजरे की फसल खरीदी जाएगी क्यों कि वो नहीं चाहते कि दूसरे राज्यों के किसान हरियाणा में आकर अपनी फसल बेंचे और इससे किसानों के साथ-साथ सरकार को भी नुकसान उठाना पढ़ता है.

'इस बार मूंगफली को भी एमएसपी पर खरीदा जाएगा'

इस बार सरकार की तरफ से एक और फैसला लिया गया है, जिसके तहत प्रदेश में अब मूंगफली की भी एमएसपी पर खरीद की जाएगी. पीके दास का कहना है कि पहली बार हरियाणा में मूंगफली की फसल को एमएसपी पर खरीदा जाएगा.

हरियाणा में 17000 एकड़ में मूंगफली का मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हुआ है और सरकार की तरफ से एमएसपी निर्धारित की गई है. इससे पहले सरकार की तरफ से एमएसपी पर मूंगफली की खरीद नहीं की जाती थी लेकिन अब इस फैसले के बाद हिसार, सिरसा और फतेहाबाद में सरकार की तरफ से होने वाली मूंगफली की पैदावार की खरीद की जाएगी.

पीके दास ने बताया कि प्रदेश के सात जिलों में 1 नवंबर से मूंगफली की खरीद शुरू होने जा रही है. धान की वैरायटी 1509 को लेकर भी सरकार द्वारा हैफेड को आदेश जारी कर दिए गए हैं कि 1,888 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से इसे खरीदा जाए.

गौरतलब है कि सरकार की तरफ से फिलहाल फसलों की खरीद को लेकर रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है. मंडियों में जो खरीद के लिए फसलें पहले से रजिस्टर हैं और बेचने के लिए पहुंच रही हैं उनकी खरीद सरकार की तरफ से की जा रही है .

ये भी पढ़िए: पलवल की मंडियों में MSP पर फसल की खरीद जारी

Last Updated : Oct 30, 2020, 10:34 PM IST
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