चंडीगढ़: चंडीगढ़ प्रशासन ने चंडीगढ़ सेक्टर- 17 में वर्तमान डीसी भवन जो सबसे पुराना है उसे नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए) में परिवर्तित करने काप्रस्ताव पेश किया है. वहीं, नए डीसी ऑफिस को शिवालिक होटल के पास खाली जगह पर स्थानांतरित करने की योजना बनाई जा रही है. वहीं, दिल्ली सलाहकार टीम द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में चंडीगढ़ प्रशसन ने कुछ बदलाव करने के लिए कहा है. नए डीसी कार्यालय को 100 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है.
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वर्तमान डीसी ऑफिस को नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट बनाने की योजना: बता दें कि लंबे समय से पुराने डीसी ऑफिस को लेकर कई तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं. इसमें सबसे बड़ी समस्या पार्किंग को लेकर है. दरअसल, मौजूदा डीसी ऑफिस एक हेरिटेज बिल्डिंग है. ऐसे में इस बिल्डिंग में कुछ तोड़फोड़ नहीं कर सकते, जिसके चलते इसे ज्यों का त्यों ही रखा जाएगा. इस हेरिटेज बिल्डिंग को स्विस वास्तुकार पियरे जेनेरेट ने डिजाइन किया था. यही वजह है कि इस इमारत को नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में परिवर्तित करने बारे में सोचा जा रहा है. ताकि इस इमारत में अधिक बदलाव ना करते हुए इसे संभाला जा सके. दिल्ली के एक सलाहकार ने उपायुक्त के लिए 100 करोड़ रुपये के नए कार्यालय भवन के बारे में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है, जिसमें चंडीगढ़ प्रशासन ने कुछ महत्वपूर्ण बदलाव सुझाए हैं.
नया डीसी ऑफिस के निर्माण में करीब 100 करोड़ लागत: नए कार्यालय के लिए 100 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है. इस प्रस्ताव की जानकारी देते हुए चंडीगढ़ प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी सीबी ओझा ने बताया कि हमारी टीम ने चंडीगढ़ के सलाहकार के पास एक ड्राफ्ट के रूप में रिपोर्ट जमा कर दी है और हमने उसे कुछ बदलाव करने के लिए कहा है. हमने उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि सभी पब्लिक डीलिंग कार्यालय ग्राउंड फ्लोर पर हों. उन्होंने कहा कि वे परियोजना के संबंध में एक और समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इस साल के अंत में काम शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हम अगले सप्ताह नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (NGMA) के साथ इस मामले को उठाएंगे. सेक्टर-17 में केंद्रीय राज्य पुस्तकालय को इसके सामने एक एम्फीथिएटर के साथ आधुनिक कला की राष्ट्रीय गैलरी (एनजीएमए) में परिवर्तित किया जाएगा.
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नए डीसी ऑफिस में 600 गाड़ियां पार्क करने के लिए अंडर पार्किंग: सीपी ओझा ने बताया कि, इस समय सिर्फ नए डीसी ऑफिस बनाने के लिए प्रस्ताव ही रखा गया है. इससे पहले 2018 में भी ऐसी कोशिश की गई थी. लेकिन, साल के अंत तक इस प्रस्ताव को हर तरह की मंजूरी मिल जाएगी. वहीं, नए डीसी ऑफिस की लोकेशन शिवालिक होटल के साथ पड़ी खाली मैदान में रखी गई है. इस मैदान में पहले 600 गाड़ियों के खड़े होने के लिए अंडर पार्किंग बनाई जाएगी. उसके बाद इस बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा.
एक छत के नीचे बैठेंगे सभी एसडीएम: इस इमारत की खासियत यह होगी कि इसमें शहर के सभी ईस्ट, वेस्ट, साउथ और नॉर्थ की सभी एसडीएम एक ही छत के नीचे बैठेंगे. साथ ही डीसी ऑफिस को एक विशेष तौर पर तैयार किया जाएगा, जहां पब्लिक डीलिंग को आसान बनाया जाएगा. इंजीनियरिंग विंग के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि परियोजना की योजना अंतिम निर्णय के लिए गृह मंत्रालय को भेजी जा रही है, क्योंकि इसके निर्माण में करीब 100 करोड़ की लागत है.
स्विस वास्तुकार पियरे जेनेरेट ने डिजाइन किया वर्तमान डीसी कार्यालय: चंडीगढ़ प्रशासन ने भी इस सप्ताह एनजीएमए से संपर्क करने का फैसला किया है. चंडीगढ़ में मूल डीसी कार्यालय स्विस वास्तुकार पियरे जेनेरेट द्वारा डिजाइन किया गया है, जो यूटी की एक आर्ट गैलरी को संरक्षित करने और बनाने की योजना है.
2018 में रखा गया था नई परियोजना का प्रस्ताव: नई परियोजना का प्रस्ताव 2018 में रखा गया था. चंडीगढ़ प्रशासन ने इस नई परियोजना के स्थान पर मिट्टी की क्षमता की जांच करने के लिए पहले ही निविदाएं जारी कर दी हैं. नया भवन फ्यूचर-प्रूफ तकनीकों के साथ आएगा और 5-स्टार रेटिंग के अनुरूप होगा. यूटी के अधिकारियों का कहना है कि इमारत में एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और रूफटॉप सोलर पावर प्लांट होगा, जो अपने स्वयं के टेरिटरी ट्रीटेड वाटर (तृतीयक उपचारित पानी) और बिजली का उत्पादन करेगा.