चंडीगढ़: कोरोना की दूसरी लहर से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. मरीजों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है. जिसकी वजह से ऑक्सीजन की डिमांड काफी बढ़ रही है. ऐसे में सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रही हैं. जिसमें दावा किया जा रहा है कि अगर मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही तो मरीज ऑक्सीजन सिलेंडर की जगह नेबुलाइजर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
इस बारे में चंडीगढ़ पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डॉक्टर सोनू गोयल ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत में बताया कि इस तरह के दावें सच नहीं हैं. डॉक्टर सोनू गोयल ने बताया कि सोशल मीडिया पर इस तरह के कई मैसेज वायरल हो रहे हैं, लेकिन ये सच नहीं है.
ऑक्सीजन सिलेंडर और नेबुलाइजर में अंतर
क्योंकि ऑक्सीजन सिलेंडर अलग चीज है और नेबुलाइजर अलग. जब किसी मरीज के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम होता है तब ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे उसे ऑक्सीजन दी जाती है, ताकि उसके शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बनाए रखा जा सके.
जबकि नेबुलाइजर एक ऐसा उपकरण है जिसके जरिए हम फेफड़ों तक किसी दवा को पहुंचाते हैं. नेबुलाइजर दवा के छोटे-छोटे पार्टिकल बनाकर सांस के माध्यम से उस दवा को हमारे फेफड़ों तक पहुंचा देता है. नेबुलाइजर का ऑक्सीजन के साथ कोई संबंध नहीं है. इसलिए मरीज की जान बचाने के लिए अगर ऑक्सीजन की जरूरत है, तो नेबुलाइजर से उसे कोई फायदा नहीं होगा.
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डॉक्टर सोनू गोयल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस तरह के मैसेज को वायरल ना करें. क्योंकि आपकी एक गलती या लापरवाही की वजह से किसी मरीज की जान तक जा सकती है. उन्होंनें कहा कि इस महामारी के दौर में संयम और धैर्य से काम करें. इसलिए कभी भी इस तरह के मैसेज आगे फॉर्वर्ड ना करें. इससे किसी मरीज को नुकसान पहुंच सकता है.