चंडीगढ़: बुधवार को चंडीगढ़ में ब्रिटिश काउंसिल और सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें हरियाणा के पर्यटन मंत्री कंवर पाल गुर्जर और हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर सिंह गोलन की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. इस दौरान हरियाणा पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन विजय वर्धन और ब्रिटिश काउंसिल के उत्तर भारत क्षेत्रीय निदेशक टॉम बिर्तवीसले ने भी मौजूद रहे.
मील का पत्थर साबित होगा एमओयू
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एमओयू के तहत दोनों देश शिल्प एवं सांस्कृतिक के क्षेत्र में सहयोग करेंगे. इस एमओयू को सूरजकुंड मेले के इतिहास में एक और मील का पत्थर बताते हुए कहा कि हरियाणा के फरीदाबाद जिला में प्रति वर्ष 1 फरवरी से 16 फरवरी तक आयोजित किए जाने वाले इस मेले की अब विश्व स्तर पर प्रसिद्धि और अधिक बढ़ेगी. ब्रिटिश काउंसिल हरियाणा के साथ मिलकर भारत और यूके में कला शिल्प और पर्यटन के क्षेत्र में शिक्षण नेटवर्क तथा प्रदर्शनी जैसे कई कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी.
ये भी पढे़ं:- इस किले को भेदने में छूट जाते थे दुश्मनों के छक्के, जानिए 1300 ईसवीं में बने कोटला के किले की कहानी
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि सूरजकुंड मेला प्राधिकरण और ब्रिटिश काउंसिल के मध्य एमओयू होने से हरियाणा में पर्यटन को और भी बढ़ावा मिलेगा. अब देखना ये होगा कि हरियाणा सरकार और ब्रिटिश काउंसिल की ये मुहिम क्या रंग लाएगी? इससे आने वाले समय में पर्यटन को कितना बढ़ावा मिलेगा?