चंडीगढ़/जयपुर: हरियाणा के कुख्यात बदमाश पपला गुर्जर को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पपला गुर्जर को 2019 में उसके साथी बहरोड़ थाने से हथियारों के दम पर छुड़ा कर ले गए थे. जिसके बाद से राजस्थान पुलिस को पपला गुर्जर की तलाश थी. पुलिस ने उस पर 5 लाख का इनाम भी रखा था. राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर शाम 5:30 जयपुर में प्रेस से मुखातिब होंगे.
2019 में पपला गुर्जर को अलवर की बहरोड़ पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार किया था. जब पपला गुर्जर के साथियों को उसकी गिरफ्तारी की सूचना मिली तो वो एके-47 लेकर थाने में फायरिंग करते हुए पुलिस की गिरफ्त से पपला गुर्जर को छुड़ा कर ले गए थे. दिनदहाड़े इस तरह थाने से पपला गुर्जर को छुड़ाकर ले जाने के मामले में राजस्थान पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी.
क्या है बहरोड़ थाना कांड?
करीब डेढ़ साल पहले हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर पपला उर्फ विक्रम गुर्जर को उसके साथी राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड़ थाने की हवालात से ताबड़तोड़ फायरिंग कर भगाकर ले गए थे. इस वारदात ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए थे. उस दौरान किसी पुलिसकर्मी का हथियार भी नहीं चला और बदमाश हवालात को तोड़कर अपने साथी पपला उर्फ विक्रम गुर्जर को भगाकर ले गए थे.
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जानकारी के मुताबिक अलवर जिले में नाकाबंदी के दौरान संदिग्ध गतिविधि देखकर गैंगस्टर पपला उर्फ विक्रम गुर्जर को बहरोड़ थाना पुलिस ने पकड़ा था. उसकी स्कॉर्पियो से पुलिस ने करीब 31 लाख रुपये बरामद किए थे. प्रारंभिक पूछताछ में पपला ने बहरोड़ पुलिस को अपना नाम व पता गलत बताया था.
उसी दिन सुबह 8 बजे तीन चार गाड़ियों में करीब 15 से 20 बदमाश आए थे. जानकारी के मुताबिक बदमाशों ने AK-47 से थाने में ताबड़तोड़ फायरिंग की. इसके बाद लॉकअप को तोड़कर पपला को भगाकर ले गए. फरारी के बाद उनकी एक कार कहीं टकरा गई. तब उन्होंने एक स्कॉर्पियो भी लूटी. इसके बाद गैंग हरसोली के तिनकी रुड़ी फार्म हाउस के पास स्कार्पियो को छोड़कर पैदल भाग निकला. इसके सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी.
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2017 में हुआ मोस्टवांटेड घोषित
इससे पहले 5 सितंबर 2017 को महेंद्रगढ़ की कोर्ट में पेशी के दौरान विक्रम उर्फ पपला को उसके साथी पुलिस गाड़ी से उतरते वक्त फायरिंग कर भगाकर ले गए थे. तब बदमाशों की फायरिंग में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. तब हरियाणा सरकार द्वारा पपला को मोस्टवांटेड घोषित किया गया था.
विक्रम उर्फ पपला की बात की जाए तो हरियाणा पुलिस ने उस पर पहले एक लाख रुपये और इसके बाद पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. वो हरियाणा पुलिस का मोस्टवांटेड था. जानकारी के मुताबिक आरोपी पपला उर्फ विक्रम गुर्जर हरियाणा के महेंद्रगढ़ के खैरोली गांव का रहने वाला है. वो पहलवानी का शौक रखता था.
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पपला ने लिया गुरु की मौत का बदला
जानकारी के मुताबिक कुछ लोगों ने रंजिश में उसके गुरु शक्ति गुर्जर उर्फ दुधिया निवासी खैरोली की हत्या कर दी थी. तब पपला और उसके साथी वीरेंद्र ने अपने गुरू शक्ति गुर्जर की हत्या का बदला लेने की कसम खाई थी. इसके बाद पपला और उसकी गैंग पर उसी के गांव के 4 लोगों की हत्या का आरोप लगा था.
हात्या के मुकदमे महेंद्रगढ़ और नारनौल थाने में दर्ज हुए. इसके पहले भी पपला के खिलाफ गवाहों के साथ मारपीट और धमकाने के मुकदमे भी दर्ज हुए. वहीं, पपला का हरियाणा के टॉप पांच गैंगस्टर में नाम आने लगा. पपला को नारनौल की सीआईए टीम ने 12 फरवरी 2016 को उसके गांव के पास से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था.
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गुरु की मौत का बदला लेने के लिए की गई चार हत्याओं के आरोप में नसीबपुर जेल में बंद रहा. भारी पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच ही उसे जेल से कोर्ट में पेश किया जाता था. पपला सोशल मीडिया के जरिए भी अत्याधुनिक हथियारों के साथ कई बार यूट्यूब और फेसबुक पर अलग-अलग अंदाज में खिंचवाई गई फोटोज के साथ नजर आया था. बताया जाता है कि चार लोगों की हत्या के बाद पपला पर पांच लाख रुपए का इनाम हरियाणा पुलिस ने घोषित किया था.