चंडीगढ़: मौसम विभाग के मुताबिक अब प्रदेश में मौसम का रूख बदलने (Haryna Weather News) वाला है, क्योंकि पूरे मानसून के सीजन में बेहद अच्छी बारिश हुई है. ऐसे में अब हवाओं में बदलाव की स्थिति को देखते हुए 6 अक्टूबर के बाद से मानसूनी हवाएं कमजोर पड़ने की संभावना है. राज्य से अब मानसून की विदाई का वक्त आ गया है. हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एम एल खीचड़ का कहना है कि हवाओं में बदलाव की संभावना को देखते हुए अगले 24 घंटों में मानसूनी हवाएं कमजोर पड़ने की संभावना बन रही है.
राज्य में 10 अक्टूबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील (Weather Changes News) रहने व बीच-बीच में हल्के बादल होने संभावित हैं. इस दौरान पश्चिमी हवाओं के चलने की संभावना को देखते हुए अगले तीन-चार दिनों में हरियाणा राज्य से दक्षिणी पश्चिमी मानसून की विदाई की परिस्थितियां बनने की संभावना बन रही है. गौरतलब है कि पूरे हरियाणा राज्य में इस मानसून में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. कई जिलों में तो इस बार बारिश ने नए रिकॉर्ड कायम किये है.
पिछले तीन महीनों में लागातार बारिश की वजह से अभी तक कई जिलों के गांवों में खेतों में पानी भरा हुआ है. इस बार रिकॉर्ड तोड़ बारिश में कहीं न कहीं प्रशासन की तैयारियों की पोल खुली है तो वहीं किसानों की फसलें खराब होने की वजह से काफी ज्यादा नुकसान हुआ है.
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मौसम विभाग के अधिकारियों की मानें तो साल 1960 के बाद ये दूसरा मौका है जब दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून की इतनी देर से वापसी हो रही है. इससे पहले साल 2019 में उत्तर-पश्चिम भारत से मॉनसून की वापसी 9 अक्टूबर को शुरू हुई थी. जबकि साल 2020 में ये 28 सितंबर से मॉनसून की वापसी शुरू हुई थी. वैसे आमतौर पर उत्तर-पश्चिम भारत से मॉनसून की वापसी 17 सितंबर से शुरू हो जाती थी, जिसकी शुरुआत इस बार 6 अक्टूबर से होने की संभावना है. साल 1961 में मॉनसून 1 अक्टूबर से वापस लौटना शुरू हुआ था.
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