ETV Bharat / state

तिरंगे में लिपटे मेजर अनुज सूद को निहारती रही पत्नी, किया सेना में जाने का वादा

दो साल पहले ही मेजर अनुज सूद की हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की रहने वाली आकृति से हुई थी. आकृति पुणे की एक कंपनी में जॉब करती हैं. शहीद का परिवार लगभग 8 महीने पहले ही पंचकूला स्थित अमरावती एन्क्लेव में रहने आया था.

major anuj sood panchkula
पति के बाद शहीद मेजर अनुज सूद की पत्नी भी जाएंगी सेना में
author img

By

Published : May 5, 2020, 12:23 PM IST

चंडीगढ़: मेजर अनुज सूद पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. आज उनका अंतिम संस्कार चंडीगढ़ के मनीमाजरा के श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया. जब शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो अपने बेटे को तिरंगे में लिपटा देख परिजन अपने आंसू रोक नहीं पाए. शहीद की पत्नी आकृति काफी देर तक उनके पार्थिव शरीर के पास बैठी रहीं.

शहीद अनुज की पत्नी आकृति की आंखों में पति से अलग होने का दर्द तो छलक रहा था, लेकिन उन्हें इस बात का गर्व भी था कि उनके पति ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है. काफी देर तक आकृति अपने पति के पार्थिव शरीर को सिर्फ निहारती रहीं.

पंचतत्व में विलीन हुए शहीद मेजर अनुज सूद

बता दें कि दो साल पहले ही मेजर अनुज सूद की हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की रहने वाली आकृति से हुई थी. आकृति पुणे की एक कंपनी में जॉब करती हैं. शहीद का परिवार लगभग 8 महीने पहले ही पंचकूला स्थित अमरावती एन्क्लेव में रहने आया था.

ये भी पढ़िए: पंचतत्व में विलीन हुए शहीद मेजर अनुज सूद

मेजर अनुज सूद के चले जाने के बाद आकृति ने भी उनके पदचिन्हों पर चलते हुए सेना में जाने का फैसला लिया है. हरियाणा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि आकृति ने भी अब सेना में जाने के बाद देश की सेवा करने का फैसला लिया है.

जानिए कौन हैं शहीद मेजर अनुज सूद

शहीद मेजर अनुज सूद पंचकूला के रहने वाले हैं. मेजर अनुज सूद ब्रिगेड ऑफ गार्ड्स के अधिकारी थे. उनकी शादी अभी कुछ महीनों पहले ही हुई थी. सेना के इस जांबाज अधिकारी का नाता भारतीय सेना से पुराना रहा है. उनते पिता चंद्रकांत सूच सेना में ब्रिगेडियर रह चुके हैं. मेजर अनुज सूद ने अपनी पढ़ाई पंजाब पब्लिक स्कूल, नाभा से पूरी की. वो बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज थे. होनहार अनुज सूद का चयन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में हो गया था, लेकिन उन्होंने आईआईटी की जगह एनडीए को चुना.

चंडीगढ़: मेजर अनुज सूद पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. आज उनका अंतिम संस्कार चंडीगढ़ के मनीमाजरा के श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया. जब शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो अपने बेटे को तिरंगे में लिपटा देख परिजन अपने आंसू रोक नहीं पाए. शहीद की पत्नी आकृति काफी देर तक उनके पार्थिव शरीर के पास बैठी रहीं.

शहीद अनुज की पत्नी आकृति की आंखों में पति से अलग होने का दर्द तो छलक रहा था, लेकिन उन्हें इस बात का गर्व भी था कि उनके पति ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है. काफी देर तक आकृति अपने पति के पार्थिव शरीर को सिर्फ निहारती रहीं.

पंचतत्व में विलीन हुए शहीद मेजर अनुज सूद

बता दें कि दो साल पहले ही मेजर अनुज सूद की हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की रहने वाली आकृति से हुई थी. आकृति पुणे की एक कंपनी में जॉब करती हैं. शहीद का परिवार लगभग 8 महीने पहले ही पंचकूला स्थित अमरावती एन्क्लेव में रहने आया था.

ये भी पढ़िए: पंचतत्व में विलीन हुए शहीद मेजर अनुज सूद

मेजर अनुज सूद के चले जाने के बाद आकृति ने भी उनके पदचिन्हों पर चलते हुए सेना में जाने का फैसला लिया है. हरियाणा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि आकृति ने भी अब सेना में जाने के बाद देश की सेवा करने का फैसला लिया है.

जानिए कौन हैं शहीद मेजर अनुज सूद

शहीद मेजर अनुज सूद पंचकूला के रहने वाले हैं. मेजर अनुज सूद ब्रिगेड ऑफ गार्ड्स के अधिकारी थे. उनकी शादी अभी कुछ महीनों पहले ही हुई थी. सेना के इस जांबाज अधिकारी का नाता भारतीय सेना से पुराना रहा है. उनते पिता चंद्रकांत सूच सेना में ब्रिगेडियर रह चुके हैं. मेजर अनुज सूद ने अपनी पढ़ाई पंजाब पब्लिक स्कूल, नाभा से पूरी की. वो बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज थे. होनहार अनुज सूद का चयन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में हो गया था, लेकिन उन्होंने आईआईटी की जगह एनडीए को चुना.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.