चंडीगढ़: कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों और सरकार के बीच शुक्रवार को 9वें दौर की बातचीत हुई. ये बैठक भी बेनतीजा रही. सरकार और किसान दोनों अपने रुख पर अड़े हुए हैं. एक तरफ सरकार ने बैठक में साफ कर दिया कि वो कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी.
दूसरी तरफ किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. सरकार और किसान नेताओं के बीच 15 जनवरी को एक बार फिर बैठक होगी. इस बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों के मुद्दे और वर्तमान राजनीतिक मुद्दों पर गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की.
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We're hopeful. If there was no outcome today, maybe a solution will be reached in the next round of talks. If repealing of laws was the only issue, a solution would've been reached, there are several other issues to be addressed: Haryana CM ML Khattar after meeting HM Amit Shah pic.twitter.com/Kpr24v4Kz4
— ANI (@ANI) January 8, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) January 8, 2021We're hopeful. If there was no outcome today, maybe a solution will be reached in the next round of talks. If repealing of laws was the only issue, a solution would've been reached, there are several other issues to be addressed: Haryana CM ML Khattar after meeting HM Amit Shah pic.twitter.com/Kpr24v4Kz4
— ANI (@ANI) January 8, 2021
सीएम ने की अमित शाह से मुलाकात
अमित शाह से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उम्मीद जताई कि 15 जनवरी को किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत में रास्ता निकल जाएगा. 9वें दौर की बैठक पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ये अकेला विषय नहीं है कि तीन कानून रद्द होने चाहिए. विषय और भी है. जिसके बारे में आगे की बैठक में चर्चा होगी. सीएम खट्टर ने उम्मीद जताई की जल्द ही बीच का रास्ता जरूर निकलेगा.
मनोहर लाल ने ये भी साफ किया कि 10 जनवरी को करनाल के घरौंडा में किसान पंचायत जरूर होगी. उन्होंने कहा कि सिर्फ करनाल में ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में इस तरह की पंचायतों का आंदोलन होगा. बता दें कि गुरुवार को किसान नेता गुरनाम चढूनी ने वीडियो जारी कर किसानों से किसान पंचायत का विरोध करने की अपील की थी.