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चंडीगढ़ के 43 ठेकों की ई-ऑक्शन से हुई नीलामी, पलसोरा का शराब ठेका 11.65 करोड़ में बिका

चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से बुधवार को सेक्टर 24 के पार्क व्यू होटल में रखी गई नीलामी (liquor contracts e-auction in Chandigarh) के दौरान पलसोरा का शराब ठेका सबसे महंगा बिका है. 43 शराब ठेकों से प्रशासन को 221 करोड़ की कमाई हुई है.

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Published : Mar 15, 2023, 8:13 PM IST

liquor contracts e-auction in Chandigarh
चंडीगढ़ के 43 ठेकों की ई-ऑक्शन से हुई नीलामी

चंडीगढ़: चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से वर्ष 2023-24 के लिए शहर के 95 शराब के ठेकों में से 43 ठेकों की ई-ऑक्शन के जरिए नीलामी की गई. इस दौरान शहर के साथ लगते गांव पलसोरा का ठेका सबसे महंगा बिका, जिसकी कीमत 11.65 करोड़ के लगभग रही है. इसके साथ ही दूसरे नंबर पर सेक्टर-61 का ठेका 9.55 करोड़ का बिका है और तीसरे नंबर पर सेक्टर 48 का ठेका रहा, जिसको 8.95 करोड़ में लिया गया है. चंडीगढ़ प्रशासन ने सेक्टर-24 के पार्क व्यू होटल में रखी गई नीलामी के दौरान कुल 221 करोड़ रुपए की कमाई की है. इसके अलावा अन्य 50 ठेकों की भी‌ जल्द नीलामी की जाएगी.

बता दें कि बीते 4 मार्च को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा वर्ष 2022-23 के तहत एक्साइज पॉलिसी की घोषणा की थी. विभाग ने इस वित्त वर्ष के लिए 830 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा है. वहीं पिछले दो सालों से लगातार धनास का ठेका सबसे महंगा बिक रहा है. इसका कारण वहां पर रहने वाले श्रमिक वर्ग व ग्रामीण लोगों को माना जाता है. जिसके चलते धनास में ठेका इस बार 11.55 करोड़ का बिका है, लेकिन इस बार इस ठेके को किसी ने नहीं खरीदा.

पढ़ें: रेवाड़ी में यूपी की महिला के साथ दुष्कर्म, होटल संचालक ने खाने में नशीला पदार्थ खिलाकर की वारदात

क्योंकि इसका रिजर्व प्राइस 11 करोड़ से ऊपर था, जिसे खरीदने में किसी ने भी दिलचस्पी नही दिखाई. वहीं इस बार की नीलामी की बोली डीसी वी पी सिंह की निगरानी में करवाई गई. एक्साइज विभाग चंडीगढ़ के मुताबिक जो ठेके बच जाएंगे उनकी फिर नीलामी की जाएगी. पिछले वर्ष धनास का शराब ठेका 11.55 करोड़ रुपए में बिका था क्योंकि चंडीगढ़ के पास होने से इस ठेके से अन्य राज्यों को जाने वाले लोग शराब खरीदते हैं. ऐसे में लोगों को सस्ती शराब को खरीदने के लिए चंडीगढ़ के अंदर नहीं आना पड़ता.

पढ़ें: नशा तस्करों पर चंडीगढ़ पुलिस का शिकंजा, महिला समेत एक व्यक्ति गिरफ्तार

हालांकि धनास का ठेका इस बार इसलिए भी नहीं बिका क्योंकि रिजर्व प्राइस ज्यादा होने के चलते लोगों ने इस में रुचि कम ही दिखाई है. इसके साथ ही चंडीगढ़ का गांव मौली जागरां का ठेका दूसरे नंबर पर रहा जिसकी कीमत 8.71 करोड़ रुपए रखी गई ‌थी. क्योंकि यह गांव पंचकूला शहर शुरू होने से पहले पड़ता है. ऐसे में यहां शराब की बिक्री अधिक होती है. वहीं यह ठेका देर रात तक खुला भी रहता है. एस्टेट ऑफिस फ्री होल्ड बेसिस पर 4 नर्सिंग होम साइट की ई-नीलामी भी कर रहा है.

चंडीगढ़: चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से वर्ष 2023-24 के लिए शहर के 95 शराब के ठेकों में से 43 ठेकों की ई-ऑक्शन के जरिए नीलामी की गई. इस दौरान शहर के साथ लगते गांव पलसोरा का ठेका सबसे महंगा बिका, जिसकी कीमत 11.65 करोड़ के लगभग रही है. इसके साथ ही दूसरे नंबर पर सेक्टर-61 का ठेका 9.55 करोड़ का बिका है और तीसरे नंबर पर सेक्टर 48 का ठेका रहा, जिसको 8.95 करोड़ में लिया गया है. चंडीगढ़ प्रशासन ने सेक्टर-24 के पार्क व्यू होटल में रखी गई नीलामी के दौरान कुल 221 करोड़ रुपए की कमाई की है. इसके अलावा अन्य 50 ठेकों की भी‌ जल्द नीलामी की जाएगी.

बता दें कि बीते 4 मार्च को चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा वर्ष 2022-23 के तहत एक्साइज पॉलिसी की घोषणा की थी. विभाग ने इस वित्त वर्ष के लिए 830 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा है. वहीं पिछले दो सालों से लगातार धनास का ठेका सबसे महंगा बिक रहा है. इसका कारण वहां पर रहने वाले श्रमिक वर्ग व ग्रामीण लोगों को माना जाता है. जिसके चलते धनास में ठेका इस बार 11.55 करोड़ का बिका है, लेकिन इस बार इस ठेके को किसी ने नहीं खरीदा.

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क्योंकि इसका रिजर्व प्राइस 11 करोड़ से ऊपर था, जिसे खरीदने में किसी ने भी दिलचस्पी नही दिखाई. वहीं इस बार की नीलामी की बोली डीसी वी पी सिंह की निगरानी में करवाई गई. एक्साइज विभाग चंडीगढ़ के मुताबिक जो ठेके बच जाएंगे उनकी फिर नीलामी की जाएगी. पिछले वर्ष धनास का शराब ठेका 11.55 करोड़ रुपए में बिका था क्योंकि चंडीगढ़ के पास होने से इस ठेके से अन्य राज्यों को जाने वाले लोग शराब खरीदते हैं. ऐसे में लोगों को सस्ती शराब को खरीदने के लिए चंडीगढ़ के अंदर नहीं आना पड़ता.

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हालांकि धनास का ठेका इस बार इसलिए भी नहीं बिका क्योंकि रिजर्व प्राइस ज्यादा होने के चलते लोगों ने इस में रुचि कम ही दिखाई है. इसके साथ ही चंडीगढ़ का गांव मौली जागरां का ठेका दूसरे नंबर पर रहा जिसकी कीमत 8.71 करोड़ रुपए रखी गई ‌थी. क्योंकि यह गांव पंचकूला शहर शुरू होने से पहले पड़ता है. ऐसे में यहां शराब की बिक्री अधिक होती है. वहीं यह ठेका देर रात तक खुला भी रहता है. एस्टेट ऑफिस फ्री होल्ड बेसिस पर 4 नर्सिंग होम साइट की ई-नीलामी भी कर रहा है.

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