चंडीगढ़: जूनियर महिला कोच से छेड़छाड़ के आरोप में तत्कालीन खेल मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दिया है. वहीं, इस मामले में विपक्ष के नेता लगातार सरकार और मंत्री संदीप सिंह को घेर रहे हैं. वहीं, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि छेड़छाड़ के आरोपी मंत्री संदीप सिंह को नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा मांग की है. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो मुख्यमंत्री को उनसे इस्तीफा लेना चाहिए.
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भूपेंद्र सिंह हुड्डा शनिवार को आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए, मंत्री संदीप सिंह से नैतिकता के आधार पर फौरन इस्तीफा देने की मांग की. इसके साथ ही भूपेंद्र हुड्डा ने कई अन्य मुद्दों पर बीजेपी-जेजेजी गठबंधन सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने विधानसभा सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि सरकार ने जानबूझकर सत्र की अवधि छोटी रखी है, क्योंकि वह जरूरी मुद्दों पर जवाब नहीं देना चाहती, ऐसा लगता है कि सरकार किसी जल्दबाजी में है. इसलिए बाढ़ और मुआवजे को लेकर कांग्रेस द्वारा दिए गए काम रोको प्रस्ताव को ध्यान आकर्षण प्रस्ताव में तब्दील कर दिया गया.
भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, कांग्रेस ने नूंह हिंसा पर कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा के लिए भी प्रस्ताव दिया है. लेकिन, उसे भी स्पीकर ने टिप्पणी के लिए सरकार के पास भेज दिया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, परिवार पहचान पत्र में धांधली के मामले में भी सरकार ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया. सरकार यह नहीं बता पाई कि आखिर कैसे करोड़पति लोगों को गरीब और गरीबों को आमिर दिखाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार की प्रॉपर्टी आईडी और परिवार पहचान पत्र में अनगिनत खामियां हैं, लेकिन अभी तक इन खामियों को दूर नहीं किया गया.
नूंह जिले में फिर से धार्मिक यात्रा निकाले जाने के सवाल पर भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह सभी का अधिकार है. यात्राओं से किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. लेकिन, सरकार को प्रत्येक मामले में उसकी गंभीरता को देखते हुए एहतियात बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि, पिछली बार सब कुछ पता होते हुए भी सरकार ने यात्रा की सुरक्षा के संबंध में उचित कदम नहीं उठाए गए. सरकार की ओर से भड़काऊ बयानबाजियों का संज्ञान नहीं लिया, जिसके चलते नूंह में हिंसा हुई.
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भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, धार्मिक यात्राएं कांग्रेस कार्यकाल में भी निकाली जाती थीं, लेकिन कभी किसी तरह की हिंसा नहीं हुई. जबकि, बीजेपी सरकार में ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं. उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा जारी सामाजिक प्रगति सूचकांक में बताया गया है कि हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित राज्य बन गया है. लेकिन, बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, कांग्रेस नूंह हिंसा की हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में न्यायिक जांच मांग रही है. ताकि यह स्पष्ट हो सके की हिंसा क्यों हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है. लेकिन, सरकार जांच से भाग रही है.
आगामी कार्यक्रमों के बारे में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, करनाल में 10 सितंबर को जन मिलन समारोह होने जा रहा है. इसके अलावा 9 लोकसभा क्षेत्रों में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम के बाद कांग्रेस पार्टी जिला और विधानसभा सत्र पर कार्यक्रम करेगी.