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चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर सस्पेंस खत्म, किरण खेर को मिला टिकट - टिकट

खेर के अलावा प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन टिकट के लिए अपनी-अपनी गोटियां फिट करने में लगे हुए थे. पिछले कुछ दिनों से टंडन के समर्थक उनका नाम टिकट के लिए फाइनल होने की अफवाह फैला रहे थे. यह भी अफवाह फैलाई जा रही थी कि खेर को अमृतसर या गुरदासपुर से चुनाव लड़वाने की तैयारी की जा रही है.

किरण खेर को मिली चंडीगढ़ से टिकट
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Published : Apr 23, 2019, 8:06 PM IST

चंडीगढ़: बीजेपी ने एक बार फिर शहर की मौजूदा सांसद किरण खेर पर भरोसा जताया है. इसके साथ ही चंडीगढ़ सीट पर बीजेपी का सस्पेंस भी खत्म हो गया. बीजेपी ने खेर को चंडीगढ़ से अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला ले लिया है.

हालांकि हाईकमान से खेर को इस बारे में बता दिया गया है. खेर को टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी और उन्होंने अगले चुनाव को लेकर उसी हिसाब से तैयारी भी कई दिन पहले शुरू कर दी थी. खेर को टिकट देने का मुख्य कारण है कि पिछले पांच साल में उन्होंने चंडीगढ़ में सालों से रुके पड़े बहुत से काम करवाए. उनकी ढेरों उपलब्धियों के अलावा वो इन पांच सालों में अधिकतर समय चंडीगढ़ में ही रहीं और लोगों के बीच जगह बनाई.

खेर के चंडीगढ़ में किए गए कामों, संसद में उनकी भागीदारी और अटेंडेस की वजह से बीजेपी हाईकमान को ऐसा कोई कारण नहीं मिला जिससे उनकी टिकट काटी जाए. यही वजह रही कि जैन और टंडन के अथक प्रयासों के बाद भी पार्टी ने खेर पर ही दोबारा भरोसा जताया.

वहीं, बीजेपी के बाकी दो दावेदारों के बीच चल रहे टकराव के कारण पार्टी ने उन्हें टिकट देने से बेहतर खेर को ही दोबारा टिकट देना उचित समझा. पिछली बार की तरह इस साल भी चंडीगढ़ सीट पर पिछले काफी समय से गहरी राजनीतिक चालें चली जा रही थीं. खेर के अलावा प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन टिकट के लिए अपनी-अपनी गोटियां फिट करने में लगे हुए थे. पिछले कुछ दिनों से टंडन के समर्थक उनका नाम टिकट के लिए फाइनल होने की अफवाह फैला रहे थे. यह भी अफवाह फैलाई जा रही थी कि खेर को अमृतसर या गुरदासपुर से चुनाव लड़वाने की तैयारी की जा रही है.

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संजय टंडन और सत्यपाल जैन थे चंडीगढ़ सीट से टिकट की दौड़ में.

चंडीगढ़ से हाईकमान को भेजे गए थे तीन नाम
चंडीगढ़ लोक सभा सीट के लिए किरण खेर, सत्यपाल जैन और संजय टंडन के नाम तय कर पार्टी हाईकमान के पास भेजे गए थे. यह फैसला चंडीगढ़ इलेक्शन प्रभारी एवं फाइनेंस मिनिस्टर हरियाणा कैप्टन अभिमन्यु की अध्यक्षता में सेक्टर 3 पंजाब भवन में हुई बैठक में लिया गया था. बैठक में यह फैसला हुआ था कि इनमें से किसी भी एक का नाम हाईकमान तय कर दें तो बाकी दो दावेदार उसका विरोध नहीं करेंगे. बल्कि उसके लिए कैंपेन करेंगे और उसे जिताएंगे भी. बैठक में चंडीगढ़ -पंजाब के संगठन महामंत्री दिनेश कुमार, सांसद किरण खेर, पूर्व सांसद सत्य पाल जैन, प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन, महामंत्री प्रेम कौशिक, महामंत्री चंद्रशेखर, वाइस प्रेसिडेंट रघुबीर लाल अरोड़ा , मेयर राजेश कालिया और महिला मोर्चा अध्यक्षा सुनीता धवन शामिल थे.

हाईकमान को भेजी गई थी रिपोर्ट
बीजेपी के उम्मीदवार को लेकर पार्टी की अंदरूनी रिपोर्ट बनकर हाईकमान को भेजी गई थी. इसके अलावा पंजाब के गवर्नर एवं नगर प्रशासक और आईबी की भी रिपोर्ट थी. बीजेपी हाईकमान ने इन रिपोर्ट पर गौर करके ही यहां से लोक सभा के लिए उम्मीदवार तय किया है. वर्ष 2014 में अभिनेत्री किरण खेर ने कांग्रेस के कद्दावर नेता पवन बंसल को हराकर बीजेपी को यहां से जीत दिलाई थी. किरण खेर को 42.20 फीसदी मत शेयर के साथ 1,91,362 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी उम्मीदवार पवन कुमार बंसल को 26.84 फीसदी मत शेयर के साथ 1,21,720 वोट हासिल हुए थे. तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार अभिनेत्री गुल पनाग रही थीं, जिन्हें 1,08,679 वोट मिले थे.

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साल 2014 में किरण खेर ने कांग्रेस उम्मीदवार पवन बंसल को हराया था.

सांसद किरण खेर को जानिये
बीजेपी सांसद किरण खेर का जन्म 14 जून 1955 हुआ था. किरण खेर ने शुरुआती पढ़ाई के साथ चंडीगढ़ के इंडियन थिएटर ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. 1985 में किरण खेर ने अभिनेता अनुपम खेर से शादी की. 16वीं लोकसभा में गृह मामलों की स्थायी समिति की सदस्य हैं. अपने कार्यकाल के दौरान बीजेपी सांसद किरण खेर ने लोकसभा में 37 परिचर्चा में हिस्सा लिया और 251 सवाल पूछे. किरण खेर लोकसभा में एक प्राइवेट मेंबर बिल भी पास कराने में सफल रही थीं.

चंडीगढ़: बीजेपी ने एक बार फिर शहर की मौजूदा सांसद किरण खेर पर भरोसा जताया है. इसके साथ ही चंडीगढ़ सीट पर बीजेपी का सस्पेंस भी खत्म हो गया. बीजेपी ने खेर को चंडीगढ़ से अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला ले लिया है.

हालांकि हाईकमान से खेर को इस बारे में बता दिया गया है. खेर को टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी और उन्होंने अगले चुनाव को लेकर उसी हिसाब से तैयारी भी कई दिन पहले शुरू कर दी थी. खेर को टिकट देने का मुख्य कारण है कि पिछले पांच साल में उन्होंने चंडीगढ़ में सालों से रुके पड़े बहुत से काम करवाए. उनकी ढेरों उपलब्धियों के अलावा वो इन पांच सालों में अधिकतर समय चंडीगढ़ में ही रहीं और लोगों के बीच जगह बनाई.

खेर के चंडीगढ़ में किए गए कामों, संसद में उनकी भागीदारी और अटेंडेस की वजह से बीजेपी हाईकमान को ऐसा कोई कारण नहीं मिला जिससे उनकी टिकट काटी जाए. यही वजह रही कि जैन और टंडन के अथक प्रयासों के बाद भी पार्टी ने खेर पर ही दोबारा भरोसा जताया.

वहीं, बीजेपी के बाकी दो दावेदारों के बीच चल रहे टकराव के कारण पार्टी ने उन्हें टिकट देने से बेहतर खेर को ही दोबारा टिकट देना उचित समझा. पिछली बार की तरह इस साल भी चंडीगढ़ सीट पर पिछले काफी समय से गहरी राजनीतिक चालें चली जा रही थीं. खेर के अलावा प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन टिकट के लिए अपनी-अपनी गोटियां फिट करने में लगे हुए थे. पिछले कुछ दिनों से टंडन के समर्थक उनका नाम टिकट के लिए फाइनल होने की अफवाह फैला रहे थे. यह भी अफवाह फैलाई जा रही थी कि खेर को अमृतसर या गुरदासपुर से चुनाव लड़वाने की तैयारी की जा रही है.

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संजय टंडन और सत्यपाल जैन थे चंडीगढ़ सीट से टिकट की दौड़ में.

चंडीगढ़ से हाईकमान को भेजे गए थे तीन नाम
चंडीगढ़ लोक सभा सीट के लिए किरण खेर, सत्यपाल जैन और संजय टंडन के नाम तय कर पार्टी हाईकमान के पास भेजे गए थे. यह फैसला चंडीगढ़ इलेक्शन प्रभारी एवं फाइनेंस मिनिस्टर हरियाणा कैप्टन अभिमन्यु की अध्यक्षता में सेक्टर 3 पंजाब भवन में हुई बैठक में लिया गया था. बैठक में यह फैसला हुआ था कि इनमें से किसी भी एक का नाम हाईकमान तय कर दें तो बाकी दो दावेदार उसका विरोध नहीं करेंगे. बल्कि उसके लिए कैंपेन करेंगे और उसे जिताएंगे भी. बैठक में चंडीगढ़ -पंजाब के संगठन महामंत्री दिनेश कुमार, सांसद किरण खेर, पूर्व सांसद सत्य पाल जैन, प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन, महामंत्री प्रेम कौशिक, महामंत्री चंद्रशेखर, वाइस प्रेसिडेंट रघुबीर लाल अरोड़ा , मेयर राजेश कालिया और महिला मोर्चा अध्यक्षा सुनीता धवन शामिल थे.

हाईकमान को भेजी गई थी रिपोर्ट
बीजेपी के उम्मीदवार को लेकर पार्टी की अंदरूनी रिपोर्ट बनकर हाईकमान को भेजी गई थी. इसके अलावा पंजाब के गवर्नर एवं नगर प्रशासक और आईबी की भी रिपोर्ट थी. बीजेपी हाईकमान ने इन रिपोर्ट पर गौर करके ही यहां से लोक सभा के लिए उम्मीदवार तय किया है. वर्ष 2014 में अभिनेत्री किरण खेर ने कांग्रेस के कद्दावर नेता पवन बंसल को हराकर बीजेपी को यहां से जीत दिलाई थी. किरण खेर को 42.20 फीसदी मत शेयर के साथ 1,91,362 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी उम्मीदवार पवन कुमार बंसल को 26.84 फीसदी मत शेयर के साथ 1,21,720 वोट हासिल हुए थे. तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार अभिनेत्री गुल पनाग रही थीं, जिन्हें 1,08,679 वोट मिले थे.

kirron kher will be bjp candidate of chandigarh
साल 2014 में किरण खेर ने कांग्रेस उम्मीदवार पवन बंसल को हराया था.

सांसद किरण खेर को जानिये
बीजेपी सांसद किरण खेर का जन्म 14 जून 1955 हुआ था. किरण खेर ने शुरुआती पढ़ाई के साथ चंडीगढ़ के इंडियन थिएटर ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. 1985 में किरण खेर ने अभिनेता अनुपम खेर से शादी की. 16वीं लोकसभा में गृह मामलों की स्थायी समिति की सदस्य हैं. अपने कार्यकाल के दौरान बीजेपी सांसद किरण खेर ने लोकसभा में 37 परिचर्चा में हिस्सा लिया और 251 सवाल पूछे. किरण खेर लोकसभा में एक प्राइवेट मेंबर बिल भी पास कराने में सफल रही थीं.

चंडीगढ़। भाजपा ने एक बार फिर शहर की मौजूदा सांसद किरण खेर पर भरोसा जताया है। इसके साथ ही चंडीगढ़ सीट पर भाजपा का सस्पेंस भी खत्म हो गया। भाजपा ने खेर को चंडीगढ़ से अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला ले लिया है। लेकिन, आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। हालाकि हाईकमान से खेर को इस बारे में बता दिया गया है। खेर को टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी और उन्होंने अगले चुनाव को लेकर उसी हिसाब से तैयारी भी कई दिन पहले शुरू कर दी थी। खेर को टिकट देने का मुख्य कारण है कि पिछले पांच सालों में उन्होंने चंडीगढ़ में सालों से रुके पड़े बहुत से काम करवाए। उनकी ढेरों उपलब्धियों के अलावा वह इन पांच सालों में अधिकतर समय चंडीगढ़ में ही रहीं और लोगों के बीच जगह बनाई। खेर के चंडीगढ़ में किए गए कामों, संसद में उनकी भागीदारी और अटेंडेस के कारण भाजपा हाईकमान को ऐसा कोई कारण नहीं मिला जिससे उनकी टिकट काटी जाए। यही वजह रही कि जैन और टंडन के अथक प्रयासों के बाद भी पार्टी ने खेर पर ही दोबारा भरोसा जताया।

वहीं, भाजपा के अन्य दो दावेदारों के बीच चल रहे टकराव के कारण पार्टी ने उन्हें टिकट देने से बेहतर खेर को ही दोबारा टिकट देना उचित समझा। पिछली बार की तरह इस साल भी चंडीगढ़ सीट पर पिछले काफी समय से गहरी राजनीतिक चालें चल रही थी। खेर के अलावा प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन टिकट के लिए अपनी-अपनी गोटियां फिट करने में लगे हुए थे। पिछले कुछ दिनों से टंडन के समर्थक उनका नाम टिकट के लिए फाइनल होने की अफवाह फैला रहे थे। यह भी अफवाह फैलाई जा रही थी कि खेर को अमृतसर या गुरदासपुर से चुनाव लड़वाने की तैयारी की जा रही है।

चंडीगढ़ से खेर को टिकट मिलने का एक मुख्य कारण यह भी रहा कि केंद्रीय नेतृत्व में किरण खेर की अच्छी पकड़ है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अलावा वह कई अन्य मंत्रियों की करीबी हैं। सबसे बड़ा फैक्टर जो उनके पक्ष में है वो है फिल्म अभिनेता अनुपम खेर। अनुपम खेर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की न सिर्फ देश में बल्कि इंटरनेशनल मंच पर खूब पैरवी की है। हाल ही में हाई फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर में अनुपम खेर ने महमोहन सिंह की भूमिका निभाई थी।

चंडीगढ़ से तीन नाम भेजे गए थे हाईकमान को

चंडीगढ़ लोक सभा सीट के लिए किरण खेर,  सत्यपाल जैन और संजय टंडन के नाम तय कर पार्टी हाईकमान के पास भेजे गए थे। यह फैसला चंडीगढ़ इलेक्शन प्रभारी एवं फाइनेंस मिनिस्टर हरियाणा कैप्टन अभिमन्यु की अध्यक्षता में सेक्टर 3 पंजाब भवन में हुई बैठक में लिया गया था। बैठक में यह फैसला हुआ था कि इनमें से किसी भी एक का नाम हाईकमान तय कर दें तो बाकी दो दावेदार उसका विरोध नहीं करेंगे। बल्कि उसके लिए कैंपेन करेंगे और उसे जिताएंगे भी। बैठक में चंडीगढ़ -पंजाब के संगठन महामंत्री दिनेश कुमार, सांसद किरण खेर, पूर्व सांसद सत्य पाल जैन, प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन, महामंत्री प्रेम कौशिक, महामंत्री चंद्रशेखर, वाइस प्रेसिडेंट रघुबीर लाल अरोड़ा , मेयर राजेश कालिया और महिला मोर्चा अध्यक्षा सुनीता धवन शामिल थे।

अंदरूनी रिपोर्ट भेजी गई थी हाईकमान को

भाजपा के उम्मीदवार को लेकर पार्टी की अंदरूनी रिपोर्ट बनकर हाईकमान को भेजी गई थी। इसके अलावा पंजाब के गवर्नर एवं नगर प्रशासक और आईबी की भी रिपोर्ट थी। भाजपा हाईकमान ने इन रिपोर्ट पर गौर करके ही यहां से लोक सभा के लिए उम्मीदवार तय किया है। वर्ष 2014 में अभिनेत्री किरण खेर ने कांग्रेस के कद्दावर नेता पवन बंसल को हराकर भाजपा को यहां से जीत दिलाई थी।  किरण खेर को 42.20 फीसदी मत शेयर के साथ 1,91,362 वोट मिले थे,  जबकि कांग्रेसी उम्मीदवार पवन कुमार बंसल को 26.84 फीसदी मत शेयर के साथ 1,21,720 वोट हासिल हुए थे। तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार अभिनेत्री गुल पनाग रही थीं, जिन्हें 1,08,679 वोट मिले थे।

सांसद का रिपोर्ट कार्ड

भाजपा  सांसद किरण खेर का जन्म 14 जून 1955 हुआ था।  किरण खेर ने शुरुआती पढ़ाई के साथ चंडीगढ़ के इंडियन थिएटर ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया।  1985 में किरण खेर ने अभिनेता अनुपम खेर से शादी की।  16वीं लोकसभा में गृह मामलों की स्थायी समिति की सदस्य हैं। अपने कार्यकाल के दौरान भाजपा सांसद किरण खेर ने लोकसभा में 37 परिचर्चा में हिस्सा लिया और 251 सवाल पूछे। किरण खेर लोकसभा में एक प्राइवेट मेंबर बिल भी पास कराने में सफल रही थीं।   

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