चंडीगढ़: कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री किरण चौधरी ने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Haryana Assembly Winter Session) की अवधि लंबी किए जाने के पीछे मकसद ये है कि बहुत सारे विषय होते हैं जिनको लेकर विपक्ष और तमाम विधायक अपनी बात रखना चाहते हैं. हमारे पास लोग कई मुद्दों को लेकर आते हैं, जिनमें स्थानीय और प्रदेशिक स्तर के मुद्दे शामिल होते हैं. इसलिए विधानसभा सत्र की अविधि ज्यादा होनी चाहिए ताकि हम ज्यादा से ज्यादा अपनी बात रख सकें. किरण चौधरी का मानना है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र कम से कम एक हफ्ते से 10 दिन का होना चाहिए.
किरण चौधरी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज का सबसे बड़ा मुद्दा है बेरोजगारी का. रोजगारी न मिलने की वजह से प्रदेश का युवा टूट चुका है. इसकी वजह से वो नशे की गिरफ्त में जकड़ता जा रहा है. युवा इतना फ्रस्टेट हो चुका है कि वो गलत कदम उठा रहा है. यह सरकार का दायित्व है कि वह इन सभी विषयों का संज्ञान ले. इसके अलावा किरण चौधरी ने कहा कि किसानों का मुद्दा भी खासतौर पर इस बार सदन में उठाया जाएगा. क्योंकि प्रदेश का किसान पूरी तरह से परेशान है. कई जगह बाजरे की फसल का उचित दाम किसानों को नहीं मिल पाया है.
किरण चौधरी ने कहा कि वो सरकार से मांग करेंगी कि भावांतर भरपाई योजना के तहत पूरी भरपाई की जाए. चाहे मंडियों में किसानों के परेशान होने की बात हो या खाद की कमी हो, वो हर मुद्दे को विधानसभा में उठायेंगी. कोरोना के काल में हमारे किसानों ने इस देश को बचाया है. अगर किसान नहीं होता तो हमारे हालात बहुत बुरे होते. प्रदेश की आर्थिक हालत भी बहुत ही खराब है, इसको लेकर भी सदन में हम अपनी बात रखेंगे.
कांग्रेस की आपकी कलह और संगठन को लेकर किरण चौधरी ने माना कि कार्यकर्ताओं की अनदेखी हुई है तभी हमारा यह हश्र हुआ है. अगर कार्यकर्ता संगठित होगा तभी हमारी सरकार बनेगी. आज जिस तरह से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है उसके चलते पार्टी की हालत खराब है.
बीजेपी में जाने के चर्चाओं पर कांग्रेस अंदर ही अपने विरोधियों पर तंज कसते हुए किरण चौधरी ने कहा कि मेरे कुछ शुभचिंतक ऐसी खबरें चला रहे हैं, उनको लगता होगा कि इससे मेरा कोई नुकसान होगा. जबकि इससे मेरा कोई नुकसान नहीं हो रहा बल्कि मैं चर्चा में बनी रहती हूं. उन्होंने कहा कि मैं तो अपना काम कर रही हूं. पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही हूं.
हरियाणा कांग्रेस को पिता-पुत्र की पार्टी होने के विपक्ष के आरोपों पर किरण चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी जो होती है वह सभी को संगठन में साथ लेकर चलती हैं. राष्ट्रीय पार्टी इस तरह से काम नहीं करती. उन्होंने इनेलो का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसे तो चौटाला जी की भी पार्टी है, वह अपने घर की पार्टी है. लेकिन अगर राष्ट्रीय पार्टी बनना है तो सभी को संगठित होकर चलना होगा.