चंडीगढ़: हरियाणा बजट सत्र का पहला दिन प्रदेश के मंत्री संदीप सिंह के मामले को लेकर हंगामेदार रहा. संदीप सिंह के मामले को लेकर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा. विपक्ष लगातार संदीप सिंह छेड़छाड़ मामले की सीबीआई जांच और उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है. हलांकि विपक्ष के आरोप का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल साफ कर चुके हैं कि वो संदीप सिंह का इस्तीफा नहीं लेंगे क्योंकि मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद जो भी सच्चाई सामने आएगी उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
महिला कोच के साथ छेड़छाड़ के आरोपी मंत्री संदीप सिंह विधानसभा में नही पहुंचे. इस पर पूर्व मंत्री और सीएलपी लीडर किरण चौधरी ने कहा कि महिलाओं के साथ यदि कोई उत्पीड़न होता है तो समाज में गलत संदेश जाता है. खासकर जब वो मामला किसी मंत्री से जुड़ा हो तो उस पर मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना ही चाहिए. सरकार एक तरफ बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ की बात कर रही है दूसरी तरफ अपने ही मंत्री पर कार्रवाई नहीं कर रही है. किरण चौधरी ने कहा कि मंत्री को पद से हटाकर जांच करनी चाहिए.
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विधानसभा बजट सत्र की आज की कार्यवाही के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने कहा कि राजस्थान के 2 मुस्लिम युवकों को भिवानी में जिंदा जलाने का मामला बहुत गंभीर है. ये वारदात दर्शाती है कि हरियाणा में कानून व्यवस्था का हाल बुरा है. यदि कानून व्यवस्था उचित होती तो कोई ऐसी हरकत करने की जुर्रत नहीं करता.
OPS को लेकर कर्मचारियो के प्रदर्शन पर किरण चौधरी ने कहा कि पहले तो सरकार ने इनकी पेंशन रोकी उसके बाद उन्हीं पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया जो कि बिल्कुल भी न्यायसंगत नहीं है. कर्मचारियो की मांगों को सरकार को मनना चाहिए. मुख्यमंत्री द्वारा की गई प्री बजट बैठकों पर किरण चौधरी ने कहा कि बजट से पहले प्री बजट चर्चा करना अच्छी बात हैं लेकिन हम सबको मालूम है कि सरकार पर कितना कर्ज हो चुका है.
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