चंडीगढ़/मुंबई: भारतीय नौसेना ने अरब सागर में आए चक्रवाती तूफान 'तौकते' के कारण समुद्र में अनियंत्रित होकर बहे एक बार्ज पर सवार 184 लोगों को बचा लिया है. दो अन्य बार्ज और एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं. वहीं, बार्ज पी 305 से हिमाचल के जीवाराम को भी सुरक्षित बचाया गया. ईटीवी भारत के संवाददाता ने जीवनराम से बातचीत की है. जानिए कैसे बची जीवाराम की जान.
बेहद खराब मौसम से जूझते हुए नौसेना ने बार्ज पी305 पर मौजूद 273 लोगों में से अब तक 184 को बचा लिया है. दो अन्य बार्ज और एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं.
वहीं, हिमाचल के निवासी जीवाराम को भी सुरक्षित बचा लिया गया है. जीवाराम ने ईटीवी भारत से बताचीत में कहा कि हमारी टीम में दस लोग थे. हमलोग काफी डरे हुए थए. ऊंची-ऊंची लहरें ऊठ रही थी, लेकिन समय पर नेवी ने पहुंचकर हमलोगों को बचाया. हमलोग तीन से चार घंटे पानी में फंसे रहे. हम भगवान भरोसे थे लेकिन नौसेन ने हमें बचा लिया.
जीवाराम ने कहा कि घर वालों खबर सुनकर बहुत चिंतित थे, लेकिन अब सब ठीक है. घरवालों से बात हो गई है.
बता दें चक्रवात ताकौते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे. नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया बुधवार सुबह तक, पी305 पर मौजूद 184 कर्मियों को बचा लिया गया है. आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता इन लोगों को लेकर मुंबई बंदरगाह लौट रहे हैं.
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प्रवक्ता ने कहा, आईएनएस तेग, आईएनएस बेतवा, आईएनएस ब्यास, पी81 विमान और हेलीकॉप्टर की मदद से तलाश एवं बचाव अभियान जारी है. नौसेना और तटरक्षक बल ने बार्ज जीएएल कन्स्ट्रक्टर में मौजूद 137 लोगों को मंगलवार तक बचा लिया था.