चंडीगढ़: हरियाणा शिक्षा विभाग ने 10वीं और 12वीं कक्षाओं के छात्रों को वितरित किए गए टेबलेट वापस लौटाने के लिए निर्देश दिए हैं. इस नोटिफिकेशन में ये लिखा गया है कि जब तक छात्र टेबलेट वापस नहीं लौटा देता. तब तक उसे रोल नंबर जारी नहीं किया जाएगा. इस मामले को लेकर अब विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. इस मामले को लेकर इनेलो प्रवक्ता रजत पंजेठा ने हरियाणा सरकार पर जमकर कटाक्ष किया.
उन्होंने कहा कि जब सरकार ने बच्चों को ये टेबलेट दिए थे, क्या तब ऐसी कोई शर्त रखी थी कि बाद में इन्हें वापस ले लिया जाएगा? अगर नहीं, तो फिर सरकार का ये कदम गलत है. उन्होंने कहा कि इस सरकार को यही पता नहीं है कि उसे क्या करना है. वृद्ध अवस्था पेंशन भी सरकार ने परिवार पहचान पत्र बनने के बाद वापस ले ली. उन्होंने कहा कि कोई भी योजना शुरू करने से पहले सरकार को डिस्क्लेमर भी चलाना चाहिए, कि ये सुविधा कभी भी वापस ली जा सकती है.
रजत पंजेठा ने कहा कि अगर इनका बस चले तो जो मुफ्त में राशन लोगों को दिया है, उसे भी ये बाद में वापस ले लें. बता दें कि हरियाणा सरकार ने ई अधिगम योजना के तहत 10वीं और 12वीं के स्कूली बच्चों को पढ़ाई के लिए टेबलेट और सिम वितरित किए थे. इसमें छात्रों को हर रोज 2GB डाटा भी मिलता है, ताकि छात्र ऑनलाइन कक्षाएं लगा सकें और पढ़ाई कर सकें. अब शिक्षा विभाग ने छात्रों से टेबलेट वापस लौटाने के लिए कहा है.
शिक्षा विभाग की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि जो छात्र दसवीं तक के स्कूलों में पढ़ रहे हैं, तो वो दसवीं के बाद किसी और स्कूल में चले जाएंगे. इसीलिए उन छात्रों को स्कूल छोड़ने से पहले स्कूल में टेबलेट वापस जमा कराना होगा. इसके अलावा जो छात्र 12वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं. वो भी 12वीं के बाद स्कूल छोड़ देंगे. इसीलिए उन बच्चों को भी टेबलेट वापस देना होगा. अध्यापकों के लिए भी ये निर्देश जारी किया गया है कि टेबलेट वापस लेने के बाद वो उक्त जानकारी को अवसर (avsar) पोर्टल पर अपडेट करेंगे.