चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पांच राज्यों में आए विधानसभा चुनाव नतीजों को लेकर कहा कि प्रजातंत्र में हार-जीत बड़ी बात नहीं होती, कभी हार होती है तो कभी जीत होती है. लेकिन देखा जाए तो इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले कांग्रेस को पिछली बार से ज्यादा वोट मिले हैं . हरियाणा के साथ लगते राजस्थान के जिलों में कांग्रेस की जीत हुई है. ऐसे जिलों में 34 में से 29 सीटें कांग्रेस ने जीती है, जिससे साफ है कि आगे आने वाले हरियाणा चुनाव में कांग्रेस को इसका फायदा मिलेगा.
हरियाणा के युवाओं के साथ खिलवाड़ : इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा कौशल निगम हरियाणा के युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है. कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे फोर्थ क्लास कर्मचारी जो कौशल रोजगार में आ गए हैं, वे पूछते हैं कि अब उनका भविष्य क्या है. सरकार को बताना चाहिए कि जो लोग कौशल रोजगार के तहत भर्ती किए गए हैं, क्या आगे उनकी पक्की भर्ती की जाएगी. साफ है कि इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा और ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. इसमें कोई पारदर्शिता नहीं है. योग्यता का कोई पैमाना नहीं है. सिर्फ सिफारिश पर अपने लोगों को नौकरियां दी जा रही हैं.
पहले क्यों नहीं हुई कार्रवाई ? : वहीं जींद में हुए स्कूल में यौन शोषण के मामले पर उन्होंने कहा कि ये काफी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले की जानकारी बाकी लोगों को भी होगी, लेकिन सवाल है कि इस मामले में पहले कार्रवाई क्यों नहीं की गई. छात्राओं के लिए शिकायत पेटी क्यों नहीं रखी गई.
बड़ी मछलियों पर गाज कब ? : वहीं जहरीली शराब से मौतों को लेकर उन्होंने कहा कि सिर्फ छोटी मछलियों पर गाज गिरती है, मुख्य आरोपियों तक सरकार क्यों नहीं जाती. वहीं आगे एनसीआरबी की रिपोर्ट पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि एक बार फिर से साफ हो गया है कि हरियाणा में अपराध बढ़ रहा है और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. साथ ही प्रदेश में नशाखोरी भी बढ़ रही है. नशाखोरी के चलते हरियाणा में 2022 में से 73 लोगों ने आत्महत्या कर ली, जबकि 3783 लोगों की मौत हो गई. प्रदेश में रोज 3 हत्याएं होती हैं. महाराष्ट्र के बाद हरियाणा दूसरे नंबर पर है.
हरियाणा पर कर्जा बढ़ा : बीजेपी के विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर बोलते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी हरियाणा में सिर्फ प्रचार और प्रायोजित खबरों की पार्टी बनकर रह गई है. लेकिन धरातल पर जमीनी हालात कुछ और ही है. अपने प्रचार-प्रसार के लिए जनता की गाढ़ी कमाई को खर्च किया जा रहा है. राज्य में काम कुछ नहीं हो रहा है. वहीं राज्य पर कर्जा बढ़कर चार लाख करोड़ से ज्यादा हो गया है. राज्य में 30 पेपर लीक हो चुके हैं.
ईवीएम पर मांगा स्पष्टीकरण : वहीं ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि ईवीएम पर अगर कोई सवाल खड़ा होता है तो सरकार को मामले में पूरा स्पष्टीकरण देना चाहिए. राजस्थान में जेजेपी की हार पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में चाबी टूट गई है. कृषि मंत्री के किसान नेताओं पर दिए गए विवादित बयान पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि उन्हें सोच-समझ कर बयान देना चाहिए था.
अनिल विज के साथ ऐसा क्यों ? : अनिल विज और सीएमओ विवाद पर बोलते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अनिल विज उनके मित्र हैं और शुरुआत से ही उनके साथ ऐसा होता आ रहा है. गृह मंत्रालय दिया गया तो सीआईडी नहीं दिया. अगर किसी विभाग में काम नहीं हो रहा तो मुख्यमंत्री को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
24 दिसंबर से जन आक्रोश रैली : भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बताया कि 24 दिसंबर को सिरसा में किसान-मजदूर जन आक्रोश रैली होगी. इसके बाद 25 दिसंबर को सफीदों , 31 दिसंबर को लाडवा में भी जन आक्रोश रैली की जाएगी. 1 जनवरी को करनाल, 2 जनवरी को नूंह, 3 जनवरी को फरीदाबाद, 5 जनवरी को नारनौल, 6 जनवरी को गुरुग्राम में जिला स्तर का कार्यकर्ता सम्मेलन भी किया जाएगा. फिर अगले साल 7 जनवरी को बरोदा में जन आक्रोश रैली की जाएगी. वहीं इसके बाद 9 जनवरी को दादरी, 10 जनवरी को कुरुक्षेत्र में भी जिला स्तर का कार्यकर्ता सम्मेलन होगा. इसके बाद 21 जनवरी को मुलाना, 28 जनवरी को बादली, 4 फरवरी को तिगांव, 10 फरवरी को कलायत, 11 फरवरी को होडल में जन आक्रोश रैली की जाएगी. वहीं 17 फरवरी को हिसार में राज्य स्तरीय पिछड़ा वर्ग सम्मेलन होगा. 18 फरवरी को महेंद्रगढ़ में जन आक्रोश रैली होगी और 24 फरवरी को झज्जर में राज्य स्तरीय संत रविदास जयंती कार्यक्रम किया जाएगा
ये भी पढ़ें : शीतकालीन सत्र में सरकार को घेरने की कांग्रेस ने बनाई रणनीति, सत्ता पक्ष भी जोरदार जवाब देने को तैयार