चंडीगढ़: कश्मीर की मुस्लिम बेटी और हरियाणा की एक हिंदू बेटी ने वो कर दिखाया जो गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है. कश्मीर की रहने वाली इफरा जान ने यमुनानगर के 33 साल के अजय कुमार को अपनी किडनी दान दी. तो अजय की पत्नी गीता ने इफरा की मां जुबैदा बानो को अपनी किडनी दान देकर उनकी जान बचाई.
हिंदू-मुस्लिम परिवारों ने दी एकता की मिसाल
दरअसल, चंडीगढ़ में हिंदू और मुस्लिम दो परिवारों ने भाईचारे की एक नई मिसाल पेश की है. चंडीगढ़ में कश्मीर से आई जुबैदा बानो कि दोनों किडनी खराब हो गई थी और उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की बेहद जरूरत थी. वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के यमुनानगर के रहने वाले अजय की भी दोनों किडनी खराब हो चुकी थी और उन्हें भी किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत थी.
ऐसे में डाक्टरों ने स्वैप किडनी ट्रांसप्लांट का विकल्प रखा. जिसके बाद दोनों परिवार एक दूसरे से मिला और इसके बाद डाक्टरी जांच में दोनों के ग्रुप एक दूसरे से मैच हो गए और एक दूसरे के परिजनों की जान बचाने के लिए दोनो घरों की बेटियों ने किडनी की अदला-बदली का फैसला लिया. इंसानियत भी यही कहती है कि हमें एक दूसरे के सुख-दुख में हमेशा काम आना चाहिए, चाहे हम किसी भी मजहब के हों.
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