चंडीगढ़: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती हैं. उनके सीने में इंफेक्शन होने की वजह से उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती करवाया गया है. इससे पहले उनका इलाज शिमला में आईजीएमसी अस्पताल में चल रहा था. बताया जा रहा है कि शिमला में मौसम बदल रहा है और वहां सर्दी बढ़ने के साथ-साथ धुंध बढ़नी भी शुरू हो गई है. ऐसे मौसम में वीरभद्र सिंह को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. जिस वजह से उन्हें आईजीएमसी से रेफर कर चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती करवाया गया है. डॉक्टरों का कहना है कि उनके सीने में इंफेक्शन है. मगर फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है. साथ ही वह आराम से सांस ले पा रहे हैं. इसके अलावा इंफेक्शन को कम करने के लिए इलाज जारी है.
मंगलवार को बिगड़ी तबीयत
वीरभद्र सिंह को फेफड़ों में इन्फेक्शन और सांस लेने में दिक्कत के चलते आईजीएमसी लाया गया था. यहां जांच-पड़ताल के बाद डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने की सलाह दी थी. 88 वर्षीय वीरभद्र सिंह इससे पहले भी रूटीन चेकअप के लिए आइजीएमसी आते रहते हैं. लेकिन मंगलवार को अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें आपात स्थिति में अस्पताल पहुंचाया गया है.वीरभद्र सिंह 6 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरे हैं. उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, जबकि पत्नी प्रतिभा सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं.
राजनीतिक सफर
वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश में रिकॉर्ड 6 बार मुख्यमंत्री रहे. इसके अलावा मनमोहन सिंह के नेतृत्व में 28 मई 2009 को इस्पात मंत्री बनाए गए थे. वह पहली बार 1983 में मुख्यमंत्री बने और 1990 तक लगातार 2 बार इस पद पर बने रहे. इसके बाद 1993 से 1998, 2003 से 2007 और 2012 से 2017 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे. वीरभद्र सिंह का राजनीतिक सफर उपलब्धियों से भरा है. उनके नाम कई राजनीतिक रिकॉर्ड दर्ज हैं. वह सांसद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री समेत कई पदों अहम पदों पर रह चुके हैं. हालांकि राजनीतिक सफर में विवादों से भी उनका नाता रहा. उनका नाम सीडी कांड और संपत्ति मामले में सामने आया.
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