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हरियाणा के युवाओं को विदेश में मिलेगी नौकरी! इस कंपनी के साथ हरियाणा कौशल रोजगार निगम और विदेश सहयोग विभाग के बीच MoU

हरियाणा के युवाओं को विदेशों में रोजगार दिलाने के एक नई पहल की शुरुआत की गई है. इस कड़ी में चंडीगढ़ में प्रमुख ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी कंपनी ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाणा कौशल रोजगार निगम और विदेश सहयोग विभाग, हरियाणा सरकार के साथ MoU पर हस्ताक्षर किए हैं. (Haryana youth Employment in abroad)

Haryana youth Employment in abroad
हरियाणा कौशल रोजगार निगम और विदेश सहयोग विभाग के बीच MoU
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Published : Aug 17, 2023, 7:44 AM IST

Updated : Aug 17, 2023, 8:53 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा के युवाओं को विदेशों में रोजगार दिलाने के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों को निरंतर सफलता मिल रही है. इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में उनके आवास संत कबीर कुटीर पर प्रमुख ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी कंपनी ओयो ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाणा कौशल रोजगार निगम तथा विदेश सहयोग विभाग, हरियाणा सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. इस एमओयू का उद्देश्य डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों में हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री से संबंधित विभिन्न जॉब रोल में युवाओं को नौकरी के अवसर प्रदान करना है.

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री ने लॉंच किया आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा योजना का विस्तारीकरण पोर्टल, 3 लाख रुपये वार्षिक आय वाले परिवार करेंगे पंजीकरण

इस मौके पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि, शैक्षिक संस्थानों, सरकारी एजेंसियों और ओयो जैसी निजी क्षेत्र की कंपनियों के बीच साझेदारी के माध्यम से राज्य सरकार युवाओं की रोजगार क्षमता और कौशल सेट को बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है. इस एमओयू से न केवल राज्य के आर्थिक विकास में योगदान होगा, बल्कि कुशल मैनपावर के आदान-प्रदान से अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा मिलेगा. सीएम ने कहा कि, प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार दिलाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है.

  • मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar हरियाणा के युवाओं को विदेशों में रोजगार दिलाने हेतु निरंतर प्रयासरत हैं।

    इसी कड़ी में आज चंडीगढ़ में प्रमुख ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी कंपनी OYO ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाणा कौशल रोजगार निगम तथा विदेश सहयोग विभाग, हरियाणा सरकार के साथ… pic.twitter.com/yVk6XhIPtN

    — CMO Haryana (@cmohry) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि, ओयो कंपनी की मांग के अनुसार हरियाणा कौशल रोजगार निगम पर पंजीकृत युवाओं का चयन किया जाएगा और उन्हें विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी की ओर से जॉब रोल के अनुरूप स्किलिंग करवाई जाएगी और उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे. ट्रेनिंग पूरा हो जाने के बाद युवाओं को विदेश भेजने की पूरी प्रक्रिया विदेश सहयोग विभाग द्वारा अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसर मुहैया करवाने के लिए हरियाणा सरकार ने अलग से ओवरसीज प्लेसमेंट सेल भी बनाया हुआ है.

इस पहल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई घोषणा अनुसार कौशल विकास के लिए प्रमुख सरकारी पहलों जैसे-कौशल भारत और विश्वकर्मा योजना के सिद्धांतों और उद्देश्यों को शामिल किया गया है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के कौशल को बढ़ावा देना, उनके ज्ञान एवं अनुभव को व्यापक बनाना और आवश्यक उपकरणों से लैस करना है, ताकि वे प्रतिस्पर्धी वैश्विक वातावरण में स्वयं को श्रेष्ठ साबित कर सकें.

ये भी पढ़ें: कांस्टेबल भर्ती मामला: चयनित अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग का रास्ता साफ, हाई कोर्ट ने रद्द की सभी याचिकाएं

वहीं, इस एमओयू को लेकर विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने कहा कि ओयो के साथ यह साझेदारी हमारी यूनिवर्सिटी को एक नई दिशा की ओर अग्रसर करेगी. इससे कक्षा में सीखने और उसका वास्तविक अनुभव करने के बीच का अंतर काफी कम हो जाएगा. इस साझेदारी के माध्यम से हमारे छात्रों को एक्सपर्ट्स से सीखने और ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी परिदृश्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का अवसर मिलेगा.

ओयो के संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने कहा कि, इस एमओयू के माध्यम से हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कौशल विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया है, जो सराहनीय है. उन्होंने कहा कि, हमारे वेकेशन होम्स बिज़नेस में तकनीकी और व्यावसायिक भूमिकाओं के लिए प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं को डेनमार्क, नीदरलैंड आदि जैसे विभिन्न यूरोपीय देशों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.

इस पूरे कार्यक्रम की अवधि के लिए इन छात्रों को भत्ता भी दिया जाएगा. ओयो और विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी डेनमार्क जैसे देशों में ओयो के वेकेशन होम्स बिज़नेस में नौकरी के दौरान प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेंगे, ताकि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव और इंटरनेशनल हॉस्पिटेलिटी से अवगत होने का मौका मिल सके. (प्रेस नोट)

चंडीगढ़: हरियाणा के युवाओं को विदेशों में रोजगार दिलाने के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों को निरंतर सफलता मिल रही है. इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में उनके आवास संत कबीर कुटीर पर प्रमुख ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी कंपनी ओयो ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाणा कौशल रोजगार निगम तथा विदेश सहयोग विभाग, हरियाणा सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. इस एमओयू का उद्देश्य डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों में हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री से संबंधित विभिन्न जॉब रोल में युवाओं को नौकरी के अवसर प्रदान करना है.

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इस मौके पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि, शैक्षिक संस्थानों, सरकारी एजेंसियों और ओयो जैसी निजी क्षेत्र की कंपनियों के बीच साझेदारी के माध्यम से राज्य सरकार युवाओं की रोजगार क्षमता और कौशल सेट को बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है. इस एमओयू से न केवल राज्य के आर्थिक विकास में योगदान होगा, बल्कि कुशल मैनपावर के आदान-प्रदान से अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा मिलेगा. सीएम ने कहा कि, प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार दिलाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है.

  • मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar हरियाणा के युवाओं को विदेशों में रोजगार दिलाने हेतु निरंतर प्रयासरत हैं।

    इसी कड़ी में आज चंडीगढ़ में प्रमुख ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी कंपनी OYO ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाणा कौशल रोजगार निगम तथा विदेश सहयोग विभाग, हरियाणा सरकार के साथ… pic.twitter.com/yVk6XhIPtN

    — CMO Haryana (@cmohry) August 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि, ओयो कंपनी की मांग के अनुसार हरियाणा कौशल रोजगार निगम पर पंजीकृत युवाओं का चयन किया जाएगा और उन्हें विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी की ओर से जॉब रोल के अनुरूप स्किलिंग करवाई जाएगी और उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे. ट्रेनिंग पूरा हो जाने के बाद युवाओं को विदेश भेजने की पूरी प्रक्रिया विदेश सहयोग विभाग द्वारा अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसर मुहैया करवाने के लिए हरियाणा सरकार ने अलग से ओवरसीज प्लेसमेंट सेल भी बनाया हुआ है.

इस पहल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई घोषणा अनुसार कौशल विकास के लिए प्रमुख सरकारी पहलों जैसे-कौशल भारत और विश्वकर्मा योजना के सिद्धांतों और उद्देश्यों को शामिल किया गया है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के कौशल को बढ़ावा देना, उनके ज्ञान एवं अनुभव को व्यापक बनाना और आवश्यक उपकरणों से लैस करना है, ताकि वे प्रतिस्पर्धी वैश्विक वातावरण में स्वयं को श्रेष्ठ साबित कर सकें.

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वहीं, इस एमओयू को लेकर विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने कहा कि ओयो के साथ यह साझेदारी हमारी यूनिवर्सिटी को एक नई दिशा की ओर अग्रसर करेगी. इससे कक्षा में सीखने और उसका वास्तविक अनुभव करने के बीच का अंतर काफी कम हो जाएगा. इस साझेदारी के माध्यम से हमारे छात्रों को एक्सपर्ट्स से सीखने और ग्लोबल हॉस्पिटैलिटी परिदृश्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का अवसर मिलेगा.

ओयो के संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने कहा कि, इस एमओयू के माध्यम से हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कौशल विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया है, जो सराहनीय है. उन्होंने कहा कि, हमारे वेकेशन होम्स बिज़नेस में तकनीकी और व्यावसायिक भूमिकाओं के लिए प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं को डेनमार्क, नीदरलैंड आदि जैसे विभिन्न यूरोपीय देशों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.

इस पूरे कार्यक्रम की अवधि के लिए इन छात्रों को भत्ता भी दिया जाएगा. ओयो और विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी डेनमार्क जैसे देशों में ओयो के वेकेशन होम्स बिज़नेस में नौकरी के दौरान प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेंगे, ताकि छात्रों को व्यावहारिक अनुभव और इंटरनेशनल हॉस्पिटेलिटी से अवगत होने का मौका मिल सके. (प्रेस नोट)

Last Updated : Aug 17, 2023, 8:53 AM IST
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