चंडीगढ़: हरियाणा में मानसून की रफ्तार पिछले एक हफ्ते से सुस्त बनी हुई है. मौसमी सिस्टम की वजह से पिछले दिनों से बारिश में थोड़ी कमी आई है लेकिन अब फिर से बारिश के आसार बन रहे हैं. मौसमी प्रभाव के कारण हरियाणा के ज्यादातर जिलों में 30 अगस्त को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना (Rain In Haryana है. बारिश को देखते हुए ही किसानों को फसलों में सिंचाई करने की सलाह कृषि वैज्ञानिकों की तरफ से दी गयी है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ एम एल खीचड़ के अनुसार मानसून टर्फ़ की अक्षय रेखा अब भी सामान्य स्तिथि से उत्तर की और होने से हरियाणा राज्य में बारिश की गतिविधियों में कमी ही रहने की संभावना (weather forecast of haryana) है. राज्य में मौसम 31 अगस्त तक आमतौर पर परिवर्तनशील व बीच-बीच में आंशिक बादलवाई व हवाएं चलने की संभावना है. परंतु बंगाल की तरफ से नमी वाली हवाओं के प्रभाव से 30 अगस्त को राज्य के उत्तरी जिलों (पंचकूला,अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र , कैथल, करनाल) में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है.
हरियाणा मौसम विभाग (Haryana Weather Department) की मानें तो दक्षिण व पश्चिमी जिलों (महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल , फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, चरखीदादरी) में कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी या गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है. इस दौरान तापमान सामान्य के आस-पास ही बने रहने की संभावना है.
गौरतलब है कि 30 जून को हरियाणा में मानसून की हवाओं ने प्रवेश कर लिया था जिसके बाद लगातार पूरे प्रदेश में अच्छी बरसात हुई (Rain In Haryana) थी. हालांकि प्रदेश के कुछ जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई. कई जिले ऐसे भी हैं जहां सामान्य से 50% तक ज्यादा बारिश हुई थी. हालांकि पिछले 20 दिन से भी ज्यादा समय से बारिश बहुत कम हो रही है किसी किसी जिले में थोड़ी बहुत बारिश देखने को मिली है. लेकिन अब आने वाले समय में प्रदेश में बारिश होने की संभावना है जिससे किसानों को राहत मिलेगी.