चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को हरियाणा कौशन प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर अधिकारियों के साथ अहम मीटिंग की. बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से सरकारी विभागों, बोर्डों व निगमों में अस्थाई रूप से कार्य पर रखने वाले उम्मीदवारों की भी सॉफ्ट स्किलिंग का प्रारूप तैयार किया जाए, ताकि वे सरकारी कामकाज में निपुण हो सकें. सॉफ्ट स्किल में रीडिंग, राईटिंग, स्पीकिंग और कम्पयूटर ज्ञान सहित एक स्किलिंग कोर्स तैयार किया जाए.
इसके अलावा, स्नातक युवाओं के लिए आईटी के कोर्स डिजाईन किये जाएं ताकि वे विभागों में तैनात होने के बाद कुशलता से अपना काम कर सकें. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को विदेशों में रोजगार के अवसर दिलाने के लिए प्रयास कर रही है. विदेश सहयोग विभाग के पास अभी तक संयुक्त अरब एमीरात, ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित विभिन्न देशों में रोजगार के लिए जॉब रोल की डिमांड आई है.
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उन्होंने निर्देश दिए कि विदेशों में रोजगारपरक बनाने के लिए युवाओं को जनरल प्रशिक्षण के साथ-साथ जॉब रोल के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण देने के लिए विशेष कोर्स तैयार किए जाएं. इन सभी कोर्स का पाठयक्रम श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किया जाए और विश्वविद्यालय द्वारा ही सटिर्फिकेट प्रदान किए जाएं. हरियाणा कौशल विकास मिशन द्वारा छोटे कोर्स और बड़े कोर्स श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा किए जाएंगे.
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि इस फ्रेमवर्क के तहत विदेश सहयोग विभाग समन्वय का कार्य देखेगा और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और हरियाणा कौशल रोजगार मिशन युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेगा. हरियाणा कौशल रोजगार निगम भर्ती एजेंसी (आरए) के रूप में कार्य करेगा. उन्होंने निर्देश दिए कि जिस भी युवा को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है या किया जाएगा, उसकी जानकारी परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ी जाए, ताकि पीपीपी डाटाबेस में शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ स्किलिंग की भी वास्तविक जानकारी मिल सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत एक लाख रुपये से कम आय वाले परिवारों के सदस्यों को स्व रोजगार करने या अन्य किसी नौकरी के लिए भी स्किलिंग प्रदान करने की आवश्यकता है. इसके लिए भी विशेष कार्य योजना तैयार की जाए ताकि ऐसे परिवारों के सदस्य स्व रोजगार या अन्य रोजगार कर सकें. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि एचकेआरएन के माध्यम से निजी क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अवसर दिलाने के लिए भी उद्योगों से उनकी स्किल की जानकारी लेकर युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए.
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