चंडीगढ़: हरियाणा में प्रदूषण (Pollution in Haryana) को लेकर स्थिति गंभीर हो चुकी है. ऐसे में हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला (Haryana Power Minister Ranjit Chautala) ने बयान दिया है कि अगर प्रदूषण कम करने के लिए हरियाणा के थर्मल प्लांट्स को बंद (thermal plants close) करना पड़े तो हम हरियाणा के सभी थर्मल प्लांट्स बंद करने से पीछे नहीं हटेंगे.
प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला का कहना है कि समय प्रदूषण का मामला गंभीर होता जा रहा है. ऐसे में कठिन फैसले लेने होंगे. उन्होंने कहा कि हमारे थर्मल की प्रोडक्शन 2510 मेगावाट है. इसमें से हम 12000 मेगावाट बिजली का इस्तेमाल कर रहे थे. फिलहाल प्रदेश में 7000 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है. 5000 मेगावाट बिजली स्टॉक में रखी गई है. उन्होंने कहा कि हरियाणा के पास इतनी भी मौजूद है कि थर्मल प्लांट बंद करने पर भी हरियाणा में कोई कमी नहीं आएगी. प्रदेश की फैक्ट्रियों को भी पर्याप्त बिजली दी जा रही है.
बता दें कि दिल्ली-NCR के साथ पूरे हरियाणा में प्रदूषण (Pollution increased in Haryana) का कहर बरकरार है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में प्रदूषण का स्तर अत्यंत खराब श्रेणी में है. गुरुग्राम में प्रदूषण (Pollution In Gurugram) का स्तर 359 है तो वहीं फरीदाबाद में प्रदूषण (Pollution Increased In Faridabad) का स्तर 312 है. दोनों ही जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब क्षेणी में आती है. जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
वहीं बिजली मंत्री में विभाग के कर्मचारियों को लेकर आ रही गंभीर शिकायतों (Complaint Against Power Workers) पर भी प्रतिक्रिया दी. बिजली मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बिजली विभाग के कर्मचारियों पर भी नजर रखे हुए हैं. बहुत से कर्मचारियों की शिकायतें विभाग को मिली हैं. करीब डेढ़ सौ ऐसे कर्मचारी हैं जिनकी गंभीर शिकायतें मिली हैं. बिजली विभाग इन कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है. 15 से 20 कर्मचारियों को टर्मिनेट भी किया जा सकता है.
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