चंडीगढ़: साल 2022 अपने साथ कई यादों को समेटकर विदा लेने जा रहा है. ये साल कई महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह रहा है. कोविड महामारी से उबरने के बाद ये साल थोड़ा राहत भरा रहा है. खिलाड़ियों के लिए तो खासकर. इस साल हरियाणा के खिलाड़ियों ने ना सिर्फ हरियाणा बल्कि देश का नाम विश्व में चमकाया है. बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत इस बार मेडल टैली में चौथी पायदान पर रहा. जिसमें हरियाणा के खिलाड़ियों ने मेडल्स की झड़ी लगा दी.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 61 मेडल जीते (CWG Medal Tally). इनमें से 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज मेडल (India in CWG Medal Tally) शामिल रहे. इसी के साथ भारत पदक तालिका में चौथे स्थान पर रहा. बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने हर किसी को दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर कर दिया. इस प्रदर्शन में हरियाणा के खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा. कुल मिलाकर CWG 2022 में हरियाणा के छोरे छोरियों ने ही मेला लूटा है, और इसकी गवाही आंकड़े भी देते हैं.
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40% से अधिक गोल्ड मेडल हरियाणा के खिलाड़ी जीते: भारत की झोली में आए कुल 61 में से 17 मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों ने हासिल (Haryana Players in CWG) किए. इनमें टीम इंवेट शामिल नहीं हैं. वहीं गोल्ड मेडल के मामले में हरियाणा के खिलाड़ियों का कोई सानी नहीं. कुल 22 गोल्ड में से 9 गोल्ड मेडल अकेले हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते. इस तरह 40 फीसदी गोल्ड मेडल हरियाणा के खिलाड़ियों के अपने नाम किए. हरियाणा के छोरे-छोरियों ने इस बार कॉमनवेल्थ में ऐसा दम दिखाया कि दुनिया देखती (Haryana in Commonwealth Games 2022) रह गई. हरियाणा के होनहारों में ये वो नवरत्न हैं, जिन्होंने सोने का तमगा देश की झोली में (CWG Gold Medal from Haryana) डाला है.
पहलवान बजरंग पूनिया: टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके सोनीपत के रेसलर बजरंग पूनिया ने कॉमनवेल्थ गेम्स के 65 किलोग्राम भार वर्ग के फ्रीस्टाइल रेसलिंग इवेंट में गोल्ड मेडल जीता. बजरंग ने फाइनल मुकाबले में कनाडा के एल मैकलीन को 9-2 से धूल चटाई. पहले हाफ में बजरंग पूनिया ने चार अंक लिए. दूसरे हाफ में मैकलीन ने दो प्वाइंट लेकर वापसी की कोशिश की, लेकिन बजरंग पूनिया ने पलटवार करते हुए देश के नाम एक और गोल्ड मेडल (wrestler bajrang punia won gold medal) जीत लिया.
पहलवान रवि दहिया: पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले रेसलर रवि दहिया ने 57 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता. सोनीपत के रवि दहिया ने अपने चिर प्रतिद्वंदी नाइजीरियन खिलाड़ी को एकतरफा मुकाबले में हराते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा कर लिया.
पहलवान दीपक पूनिया: झज्जर जिले के रहने वाले दीपक पूनिया ने 86 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया. खास बात ये रही कि दीपक ने फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के पहलवान मोहम्मद इनाम बट्ट को 3-0 से पटखनी दी. कॉमनवेल्थ गेम्स में ये दीपक का पहला मेडल रहा.
पहलवान नवीन मलिक: पहलवान नवीन मलिक ने भी 74 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर अपना दम दिखाया. नवीन ने फाइल मुकाबले में पाकिस्तान के पहलवान ताहिर को 9-0 से पटखनी दी. रेसलिंग में भले नवीन एक नया नाम हो, लेकिन इस गोल्ड मेडल के बाद रेसलिंग की दुनिया 19 साल के नवीन मलिक के नाम से अच्छी तरह वाकिफ हो गई है.
पहलवान साक्षी मलिक: ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली रेसलर साक्षी मलिक ने कॉमनवेल्थ गेम्स में सोने का तमगा हासिल किया. साक्षी ने फ्री स्टाइल 62 किग्रा वर्ग में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को हराया. साक्षी ने पहले विपक्षी खिलाड़ी को चित्त कर चार अंक हासिल किए. उसके बाद पिनफॉल से जीत हासिल की. पिन फॉल में विरोधी खिलाड़ी के दोनों कंधों को जमीन पर लगना होता है. साक्षी इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत (2014) और कांस्य पदक (2018) जीत चुकी थीं.
बॉक्सर अमित पंघाल: 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में रोहतक के छोरे अमित पंघाल ने गोल्डन पंच लगाया और फाइनल मुकाबले में मेजबान देश इंग्लैंड के मैकडोनाल्ड को 5-0 से चित करके 51 किलोग्राम भार वर्ग का गोल्ड मेडल भारत की झोली में डाल दिया. 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में अमित पंघाल ने सिल्वर मेडल जीता था और इस बार उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर मेडल का रंग सुनहरा कर दिया.
बॉक्सर नीतू घणघस: पहली बार कॉमनवेल्थ के रिंग में उतरी भिवानी की छोरी नीतू घणघस ने भी गोल्ड मेडल जीतकर हरियाणा और देश का नाम रोशन कर दिया. 48 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में नीतू के पंच के आगे अंग्रेज बॉक्सर डेमी जाडे पस्त हो गया. नीतू ने फाइनल मुकाबला 5-0 से अपने नाम किया और देश को कॉमनवेल्थ गेम्स में 14वां स्वर्ण पदक दिलाया.
नीरज चोपड़ा: नीरज चोपड़ा साल 2022 में सबसे ज्यादा नजर आने वाले एथलीट बन गए हैं. नीरज ने इस मामले में जमैका के दिग्गज उसैन बोल्ट को भी पीछे छोड़ दिया है. विश्व एथलेटिक्स के अध्ययन से ये जानकारी सामने आई है. टोक्यो ओलंपिक के बाद नीरज की लोकप्रियता काफी बढ़ी है. उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतकर अपनी ख्याति और बढ़ा दिया. इस साल डायमंड लीग में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. 88.44 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग फाइनल में जीत हासिल की. नीरज ये खिताब जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए. नीरज ने इससे पहले साल 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था. तब वो क्रमशः सातवें और चौथे स्थान पर रहे थे.
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हरियाणा के 6 खिलाड़ियों व एक कोच को इस साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया है. एथलीट सीमा पूनिया (सोनीपत), मुक्केबाज अमित पंघाल (रोहतक), कबड्डी खिलाड़ी साक्षी (सोनीपत), कुश्ती खिलाड़ी अंशु मलिक (जींद) व सरिता मोर (सोनीपत) और बैडमिंटन के पैरा खिलाड़ी तरुण ढिल्लों (हिसार) को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वहीं कुश्ती कोच राज सिंह (सोनीपत) को लाइफटाइम श्रेणी में द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया.