चंडीगढ़: भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और हरियाणा सरकार में मंत्री संदीप सिंह उन पर लगे शारीरिक शोषण के गंभीर आरोपों के मामले में अब वे शिकंजे में जकड़ते नजर आ रहे हैं, लेकिन हैरत इस बात की है कि इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज होने के बाद गठित की गई एसआईटी टीम को उनके घर सेक्टर-7 तक पहुंचने में सेक्टर-26 से 4 दिन लग गए. यानी करीब एक से डेढ़ किलोमीटर के इस फैसले को तय करने में चंडीगढ़ एसआईटी को 4 दिनों का सफर तय करना पड़ा. इस दौरान पीड़िता भी करीब आधे घंटे तक संदीप सिंह के घर रही. वहीं, एसआईटी की टीम ने वहां सीन भी रीक्रिएट किया. (SIT team interrogated Sports Minister Sandeep Singh)
इस मामले में शिकायतकर्ता महिला कोच ने 30 दिसंबर को चंडीगढ़ पुलिस के पास जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके बाद 1 जनवरी को चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की. जिसके बाद इस मामले की जांच के लिए पलक गोयल के नेतृत्व में एसआईटी घोषित की गई, जिसमें डीएसपी पलक गोयल के साथ एक साइबर सेल और एक महिला थाने की एसएचओ को शामिल किया गया. (SIT team interrogated Sports Minister)
3 जनवरी को सेक्टर-26 थाने में जूनियर कोच से 8 घंटे तक पूछताछ: इस मामले में शिकायतकर्ता महिला कोच को 3 जनवरी को सेक्टर-26 थाने में बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया गया. जहां पर पीड़ित ने 161 के तहत करीब 25 पन्नों का अपना बयान दर्ज करवाया. वहीं, करीब 8 घंटे सेक्टर-26 थाने में अपने बयान दर्ज करवाने के बाद जब वह मीडिया के सामने आई तो, उन्होंने कई और संगीन आरोप लगाए. जिसमें उनको एक करोड रुपए का प्रलोभन और 1 महीने तक विदेश भेजने की बात उन्होंने कही. उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरीके के ऑफर दिए जा रहे हैं कि उन्हें एक रोड पर दिए जाएंगे, और वह 1 महीने तक विदेश में जाकर अपना मुंह बंद रखें. कल ही चंडीगढ़ पुलिस ने उनके मोबाइल को भी अपने कब्जे में ले लिया था.
वहीं, आज पीड़ित ने चंडीगढ़ की जिला अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने 164 के तहत अपने बयान दर्ज करवाए. यहां भी पीड़ित ने वही बयान दर्ज करवाए हैं जो उन्होंने मंगलवार को 164 के तहत पुलिस थाने में दर्ज करवाई थे. उधर पीड़ित ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान दर्ज करवा रही थी तो वही सेक्टर-26 थाने के एसएचओ नोटिस देने के लिए क़रीब ग्यारह बजे हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के घर पहुंचे. (woman coach molested in haryana) (Haryana junior coach molestation case )
संदीप सिंह के घर साढ़े 4 घंटे रही SIT की टीम: इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने संदीप सिंह के घर के दोनों तरफ बैरिकेडिंग कर दी. यानी संदीप सिंह के घर पर चंडीगढ़ पुलिस की हलचल तेज हो गई. वही, करीब 1:00 बजे चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी टीम संदीप सिंह के घर पहुंची. यह टीम करीब साढ़े 4 घंटे संदीप सिंह के घर पर मौजूद रही. जहां पर माना जा रहा है संदीप सिंह से भी कई सवाल जवाब हुए.
एक तरफ जहां दोपहर 1 बजे एसआईटी की टीम संदीप सिंह के घर पहुंची तो वहीं कोर्ट में अपने बयान दर्ज करने के बाद पीड़ित महिला कोच को भी दोपहर करीब 1:30 बजे संदीप सिंह के घर लाया गया. जहां पर वह करीब आधे घंटे तक रही. दरअसल पीड़ित महिला कोच ने जो आरोप लगाए हैं और जो घटना क्रम पुलिस को बताया है, वह संदीप सिंह के इसी सरकारी आवास का है. इसलिए महिला कोच को क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के लिए मौके पर लाया गया था.
क्राइम सीन रीक्रिएट: जानकारी के मुताबिक इसके बाद पीड़ित महिला कोच को सुखना लेक ले जाया गया. क्योंकि पीड़ित महिला कोच ने पुलिस में जो बयान दिए हैं,उसके मुताबिक संदीप सिंह के घर पर जुलाई महीने में जिस घटनाक्रम का जिक्र किया गया है. उसके बाद पीड़ित महिला कोच सुखना लेक गई थी और वहां से ही उन्होंने उबर कैब बुक करवाई थी.
सूत्रों के मुताबिक आज पुलिस ने संदीप सिंह के घर पर पूरे क्राइम सीन को रीक्रिएट किया. उसकी मैपिंग की गई और हर चीज को पुलिस ने वैसे ही क्रमबद्ध तरीके से मैपिंग किया जैसा कि वारदात के समय रहा होगा. इस दौरान हर चीज की चंडीगढ़ पुलिस ने पैमाइश की और साथ लगती कोठियों को भी कागजों पर उतारा गया. अब माना जा रहा है कि इसके बाद संदीप सिंह को कभी भी पुलिस पूछताछ के लिए सेक्टर 26 थाने बुला सकती है, या फिर उनकी गिरफ्तारी भी इस मामले में हो सकती है.
वहीं, इस मामले में कार्यवाहक एसएसपी चंडीगढ़ मनीषा चौधरी ने कहा कि 31 दिसंबर को चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था. एसआईटी की टीम सही दिशा में जांच कर रही है. किसी को भी पुलिस की ओर से वीआईपी व्यवस्था मुहैया नहीं कराई जा रही है. ( SSP on Haryana Sports minister sandeep Singh)
376 और 511 धारा लगाने की मांग: पीड़िता के वकील दीपांशु बंसल ने कहा कि, जिस तरीके के आरोप उनकी क्लाइंट ने अपनी शिकायत में पुलिस को दी है उसके तहत धारा 376 और 511 भी आरोपी पर लगनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि पुलिस अपनी इन्वेस्टिगेशन के बाद इस मामले में इन दोनों धाराओं को भी एफआईआर में जोड़े कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे इस मामले में कोर्ट ने भी जाएंगे. (Sanddep Singh accused of molestation)
कया है पूरा मामला: बता दें कि 29 दिसंबर 2022 को नेशनल एथलीट और जूनियर कोच ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए थे. जूनियर कोच ने कहा कि, खेल मंत्री ने इंस्टाग्राम के जरिए उससे कॉन्टैक्ट किया था. पीड़िता का आरोप है कि, खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मेरी बात मानने पर सभी सुविधाएं और मनचाही जगह पोस्टिंग मिलेगी. जब बात नहीं मानी तो उसके बाद तबादला कर दिया गया और ट्रेनिंग तक रोक दी गई. पीड़िता के अनुसार प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से पहले घटना की शिकायत के लिए डीजीपी कार्यालय, सीएम हाउस और गृह मंत्री अनिल विज हर स्तर पर प्रयास किया, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई.
वहीं, जूनियर के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद 29 दिसंबर को ही कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके ऊपर लाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया. इसके साथ ही उन्होंने सीएम मनोहर लाल से इस मामले में जल्द से जल्द जांच की मांग की थी. ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके. इसके बाद 1 जनवरी, 2023 को कैबिनेट मंत्री संदीप सिंह ने जांच रिपोर्ट आने तक अपना विभाग सीएम को सौंप दिया.
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