चंडीगढ़: हिट एंड रन मामले में नए कानून के प्रस्ताव से नाराज ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल मुसीबत बनने लगी है. इस बीच हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था पर इसका फिलहाल तक कोई असर नहीं पड़ा है. स्वास्थ्य विभाग हरियाणा ने हड़ताल के मद्देनजर अतिरिक्त बंदोबस्त के लिए अभी तक कोई आदेश नहीं दिया है.
स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में कोरोना के सब-वेरिएंट NH.1 से बचाव संबंधी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. भले ही ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल ने लोगों की चिंता बढ़ा दी हो लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं इससे अछूती रहेंगी. अधिकारियों के मुताबिक विभाग के पास फिलहाल तक ऑक्सीजन की कमी नहीं है. लेकिन आगामी समय के विशेष बंदोबस्त के लिए आवश्यकता महसूस होने पर बैठक की जा सकती है.
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की कोविड कंसलटेंट डायरेक्टर, डॉक्टर जसजीत कौर ने कहा है कि प्रदेश में रोजाना करीब 3 हजार RT-PCR टेस्ट किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना के सब-वैरिएंट NH.1 संबंधी तैयारियां पूरी की गई है. सभी जिलों से रोजाना रिपोर्ट भी हासिल की जा रही है और फिलहाल तक प्रदेश में किसी प्रकार की चिंताजनक स्थिति नहीं है. डॉक्टर जसजीत के अनुसार प्रदेश में कोई पैनिक की स्थिति नहीं बने, इसके लिए हरियाणा सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने मास्क लगाना भी अनिवार्य नहीं किया है.
कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए हरियाणा सरकार जिलों के दूर-दराज गांवों से विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त लोगों के सैंपल एकत्र करने के लिए मोबाइल एंबुलेंस सेवा जारी की है. इस एंबुलेंस में ड्राइवर के अलावा टेक्नीशियन और करीब 4-5 मेडिकल स्टूडेंट्स मौजूद होते हैं, जो रोजाना टेस्ट के लिए गांवों से रोगियों के सैंपल एकत्र करते हैं.
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