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हरियाणा सरकार ने तय किया रबी फसलों का MSP - Haryana Government Wheat MSP

हरियाणा सरकार ने रबी फसल की खरीद के लिए एमएसपी रेट निर्धारित कर दिए हैं. सरकार ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रबी फसल की खरीद के दौरान किसानों को कोई समस्या नहीं आनी चाहिए.

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Published : Dec 3, 2020, 9:54 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आगामी रबी खरीद सीजन 2021-22 के दौरान फसलों की सुचारू खरीद के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा की. साथ ही संबंधित विभागों और खरीद एजेंसियों को ये सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि मंडियों में अपनी फसल बेचने आने वाले किसी भी किसान को असुविधा का सामना ना करना पड़े. बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल भी उपस्थित थे.

सरकार ने तय किया रबी फसलों का एमएसपी

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि इस बार मेरी फसल-मेरा ब्योरा (एमएफएमबी) पोर्टल पर किसानों का पंजीकरण जल्द शुरू होगा. ये भी बताया गया कि रबी खरीद सीजन के दौरान राज्य सरकार 1975 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं, 4650 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी दर से आठ लाख मीट्रिक टन सरसों, 5100 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी दर से 11,000 मीट्रिक टन चना (चना दाल) और 5885 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी दर पर 17,000 मीट्रिक टन सूरजमुखी की खरीद करेगी. जबकि राज्य में गेहूं की खरीद के लिए 389 मंडियां स्थापित की जाएंगी. सरसों के लिए 71 मंडियां, चना के लिए 11 मंडियां और सूरजमुखी के लिए आठ मंडियां बनाई जाएंगी.

एजेंसी से किसान को सीधे या आढ़तियों के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से भुगतान का विकल्प पंजीकरण के समय लिया जाएगा. हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड (एचएसएएमबी) द्वारा किसानों की सहायता के लिए एक पूरी तरह से कार्यात्मक कॉल सेंटर बनाया जाएगा.

बैठक में ये भी बताया गया कि दिसंबर 2020 के महीने में आढ़तियों के साथ बैठक करके नए ई-खरीद सॉफ्टवेयर के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा, फरवरी में एजेंसियों और एचएसएएमबी कर्मचारियों को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि खरीद शुरू करने की प्रक्रिया सुचारू बनी रहे.

ये भी पढे़ं- 7:30 घंटे चली बातचीत के बाद भी नहीं निकला हल, बॉर्डर पर ही डटे रहेंगे किसान

बैठक में बताया गया कि भुगतान मॉड्यूल भी ई-खरीद का एक हिस्सा होगा और इस उद्देश्य के लिए कई बैंकों को सूचीबद्ध किया जाएगा. जब भी भुगतान किया जाएगा, तो प्राप्तकर्ता आढ़तियों या किसानों को एक एसएमएस भी भेजा जाएगा. इसके अलावा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा रबी-2021 के दौरान भुगतान के बारे में जानकारी प्राप्त करने में हितधारकों की सहायता के लिए एक कॉल सेंटर संचालित किया जाएगा.

चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आगामी रबी खरीद सीजन 2021-22 के दौरान फसलों की सुचारू खरीद के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा की. साथ ही संबंधित विभागों और खरीद एजेंसियों को ये सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि मंडियों में अपनी फसल बेचने आने वाले किसी भी किसान को असुविधा का सामना ना करना पड़े. बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल भी उपस्थित थे.

सरकार ने तय किया रबी फसलों का एमएसपी

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि इस बार मेरी फसल-मेरा ब्योरा (एमएफएमबी) पोर्टल पर किसानों का पंजीकरण जल्द शुरू होगा. ये भी बताया गया कि रबी खरीद सीजन के दौरान राज्य सरकार 1975 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं, 4650 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी दर से आठ लाख मीट्रिक टन सरसों, 5100 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी दर से 11,000 मीट्रिक टन चना (चना दाल) और 5885 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी दर पर 17,000 मीट्रिक टन सूरजमुखी की खरीद करेगी. जबकि राज्य में गेहूं की खरीद के लिए 389 मंडियां स्थापित की जाएंगी. सरसों के लिए 71 मंडियां, चना के लिए 11 मंडियां और सूरजमुखी के लिए आठ मंडियां बनाई जाएंगी.

एजेंसी से किसान को सीधे या आढ़तियों के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से भुगतान का विकल्प पंजीकरण के समय लिया जाएगा. हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड (एचएसएएमबी) द्वारा किसानों की सहायता के लिए एक पूरी तरह से कार्यात्मक कॉल सेंटर बनाया जाएगा.

बैठक में ये भी बताया गया कि दिसंबर 2020 के महीने में आढ़तियों के साथ बैठक करके नए ई-खरीद सॉफ्टवेयर के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा, फरवरी में एजेंसियों और एचएसएएमबी कर्मचारियों को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि खरीद शुरू करने की प्रक्रिया सुचारू बनी रहे.

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बैठक में बताया गया कि भुगतान मॉड्यूल भी ई-खरीद का एक हिस्सा होगा और इस उद्देश्य के लिए कई बैंकों को सूचीबद्ध किया जाएगा. जब भी भुगतान किया जाएगा, तो प्राप्तकर्ता आढ़तियों या किसानों को एक एसएमएस भी भेजा जाएगा. इसके अलावा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा रबी-2021 के दौरान भुगतान के बारे में जानकारी प्राप्त करने में हितधारकों की सहायता के लिए एक कॉल सेंटर संचालित किया जाएगा.

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