चंडीगढ़: हरियाणा में ब्लैक फंगस (black fungus in haryana) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रदेश में ब्लैक फंगस जानलेवा साबित हो रहा है. अभी तक 100 के करीब मौतें ब्लैक फंगस के कारण हो चुकी हैं. वहीं नए मामलों में भी तेजी से वृद्धि हो रही है. प्रदेश में अभी तक 1300 के करीब केस सामने आ चुके हैं. जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या 650 के करीब है.
हरियाणा सरकार (haryana government) दावा कर रही है कि ब्लैक फंगस के मरीजों को दिए जाने वाले इंजेक्शन एम्फोटेरिसिन-बी (amphotericin b Injection) की सप्लाई केंद्र सरकार ने शुरू कर दी गई है. मरीजों को पर्याप्त मात्रा में इंजेक्शन दिए जा रहे हैं. इससे पहले हरियाणा सरकार द्वारा सीरम कंपनी को 15 हजार इंजेक्शन का ऑर्डर दिया गया था, जिसे कंपनी की ओर से रिजेक्ट कर दिया गया था.
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हरियाणा के डीजी हेल्थ बीना सिंह ने बताया कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या के आधार पर पर्याप्त मात्रा में इंजेक्शन उपलब्ध हैं. मरीजों को समय-समय पर इंजेक्शन दिए जा रहे हैं. बीना सिंह ने बताया कि अभी हरियाणा में किसी एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है.
हरियाणा हेल्थ सर्विसेज (haryana health services) के एडिशनल डायरेक्टर वी.के बंसल ने बताया कि ब्लैक फंगस मरीजों को पर्याप्त मात्रा में इंजेक्शन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. केंद्र सरकार हरियाणा में ब्लैक फंगस के मरीजों को इंजेक्शन की लगातार सप्लाई कर रही है. इंजेक्शन के स्टॉक में अभी कोई कमी नहीं है.
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टीके के वितरण को लेकर भी सरकार ने एक समिति का गठन किया है. ये समिति प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में इंजेक्शन उपलब्ध करवाने पर फैसला लेती है. हरियाणा सरकार के मुताबिक केंद्र सरकार की तरफ से राज्य को 2 से 3 हजार इंजेक्शन रोजाना दिए जा रहे हैं.